दालचीनी ना सिर्फ खाने में स्वाद बढ़ाती है बल्कि सेहत के लिए भी यह किसी आयुर्वेदिक औषधी से कम नहीं है। इसमें एंटीऑक्सडेंट, डायबिटीज-रोधी, सूजन-रोधी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते है, जो बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। मगर, प्रेगनेंसी में इसका सेवन थोड़ा सावधानी से करना चाहिए क्योंकि तासीर गर्म होती है। चलिए आपको बताते हैं प्रेगनेंसी में दालचीनी किसी मात्रा में लेना सही होता है।
प्रेगनेंसी में कितनी दालचीनी ले सकते हैं?
अगर सीमित मात्रा में दालचीनी का सेवन किया जाए तो गर्भवती महिलाओं के लिए यह बिल्कुल सुरक्षित है। प्रत्येक व्यक्ति रोजाना 6 ग्राम दालचीनी का सेवन कर सकता है जबकि गर्भवती महिलाओं को इससे कम मात्रा (2 से 4 ग्राम) में दालचीनी लेनी चाहिए।
दालचीनी लेने का तरीका
दालचीनी चाय पी सकती हैं लेकिन रोज सिनेमन टी पीना सही नहीं होगा। इसके अलावा भaजv, डेजर्ट या बेक किए गए व्यंजनों पर 1 चुटकी दालचीनी पाउडर डाल सकती हैं।
चलिए अब आपको बताते हैं प्रेगनेंसी में दालचीनी खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल
अगर आपको हाई बीपी की समस्या है तो दालचीनी का सेवन आपके लिए फायदेमंद है। आप खाने के अलावा डेजर्ट, चाय व कूलिंग ड्रिंक में इसका यूज कर सकती हैं।
मतली और उल्टी
गर्भावस्था में मतली और उल्टी होना आम है। ऐसे में 2 से 4 ग्राम दालचीनी का पाउडर लें। इससे आपकी समस्या दूर हो जाएगी।
नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट
यह नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। यह फंगस, बैक्टीरिया और पैरासाइट्स से होने वाले इंफेक्शन को कम करने में भी मदद करता है।
सूजन करे कम
इसमें काउंटरेक्ट एन्जाइम्स होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और शरीर में सूजन को कम करते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर
दालचीनी में बहुत सारे कार्बोहाइड्रेट और सैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन्स, कॉलिन, पायरीडॉक्सिन, पैंटोथेनिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, आयरन, मैगनीज और जिंक जैसे तत्व भी पाए जाते हैं।
गर्भावस्था में अधिक दालचीनी लेने के नुकसान
. प्रीमैच्योर डिलीवरी और यूट्राइन कॉन्ट्रैक्शन हो सकता है।
. अगर आप डायबिटीज या ह्रदय रोग की दवा या कोई एंटीबायोटिक ले रही हैं तो दालचीनी न लें। ये खून को पतला करती है। इससे ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है।
. सप्लीमेंट के रूप में दालचीनी लेने से बचें। इससे पेट की समस्याएं, हार्ट रेट बढ़ने और लो ब्लड शुगर की दिक्कत हो सकती है।
बरतें ये सावधानियां...
. दालचीनी का सेवन करने से पहले अपनी गायनेकोलोजिस्ट से भी परामर्श जरूर लें।
. दालचीनी के तेल के सेवन से बचें।
. अगर मिसकैरेज का अधिक खतरा है तो दालचीनी न लें।
. दालचीनी से एलर्जी है तो इसका सेवन ना करें।
. अच्छी क्वालिटी की दालचीनी ही खरीदें।