देश में जहां प्रदूषण कम होने के कारण लोगों को घरों से पहाड़ दिखाई देने लगे है वैसे ही कल लोगों ने कुदरत का एक और खूबसूरत नजारा देखा। मंगलवार की रात को चांद सबसे चमकदार व सबसे बड़ा दिखाई दिया। अप्रैल में आती पूर्णिमा में चांद पिंक यानि गुलाबी दिखाई देने लगता है जिसकी वजह से उसे पिंक मून कहते है।
फुल मून की स्थिति तब बनती है जब चंद्रमा पृथ्वी के बेहद नजदीक होता है, धरती और चांद की दूरी कम होने के कारण चांद की चमक बढ़ जाती है और इसी स्थिति में धरती से फुल मून का नजारा देखने को मिलता है। चांद रोज की तुलना में तकरीबन 14 फीसद बड़ा और 30 फीसद चमकीला दिखाई देता है।
यह घटना पिछले महीने मार्च में देखी गई थी और अप्रैल के बाद अब यह इस साल मई में फिर से दिखाई देगी। इस बीच, 31 अक्टूबर, 2020 को चंद्रमा की उपस्थिति सबसे कम होने की उम्मीद है। रिपोर्टस की माने तो मून की हर उपस्थिती को नाम दिए जाते है जैसे इस उपस्थिती को पिंक मून नाम दिया गया वैसे ही बल्ड मून भी होता है जिसमें चांद कुछ हद तक लाल दिखाई देता है। वहीं पिंक मून का नाम वाइल्ड ग्राउंड फ़्लॉक्स फूलों से लिया गया है जो वसंत में खिलते हैं। ये फूल उत्तरी अमेरिका में पाए जाते हैं।