सर्दियों में चाव से खाई जाने वाली शकरकंद ना सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। खासकर नाश्ते में इसका सेवन आपको दिनभर एनर्जेटिक रखने के साथ और भी कई फायदे देता है। स्टार्चयुक्त, हाई फाइबर और विटामिन से भरपूर शकरकंद दलिया, पराठा व पोहा से भी कई ज्यादा फायदेमंद है। शकरकंद में मौजूद पोषक तत्वों के कारण इसे "सुपरफूड" भी कहा जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि नाश्ते में इसका सेवन क्यों फायदेमंद है।
नाश्ते में कैसे खाएं शकरकंद?
1. आप नाश्ते में शकरकंद सलाद, हलवा, परांठा करके खा सकते हैं।
2. आप इसे रोस्ट, फ्राई या उबालकर भी नाश्ते में ले सकते हैं।
3. इसके अलावा शकरकंद को दूध में उबालें और फिर दूध में मिलाकर भी खाया जा सकता है।
चलिए आपको बताते हैं कि शकरकंद का सेवन करने से सेहत को क्या क्या फायदे मिलते हैं...
बेहतर पाचन क्रिया
चूंकि शकरकंद में हाई फाइबर होता है इसलिए इससे पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है। इससे आप कब्ज, अपच, एसिडिटी, पेट में दर्द, हार्टबर्न जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-सी, ई और बीटा-कैरोटीन जैसे मिनरल्स से भरपूर शकरकंद इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार है। इससे आप कई तरह की बीमारियों से बचे रहते हैं।
शुगर को करे कंट्रोल
इसमें कार्ब्स कम होता है, जिससे बल्ड शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है। वहीं, शकरकंद में फाइबर अधिक होता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है।
स्मरण शक्ति बढ़ाए
रोजाना 1 शकरकंद का सेवन याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है। इससे आगे चलकर अल्जाइमर, भूलने की समस्या जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।
दिल को रखे स्वस्थ
शकरकंद सूजन को कम करती हैं, जो नसों में खून के प्रवाह को धीमा करने के लिए जिम्मेदार है। साथ ही इससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है, जिससे दिल की बीमारियों से बचाव रहता है।
आंखों के लिए फायदेमंद
सिर्फ एक शकरकंद आपको हर दिन जरूरी विटामिन ए का 400% देता है। यह आंखों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ प्रजनन तंत्र, दिल और गुर्दे जैसे अंगों के लिए भी अच्छा है।
कैंसर से बचाव
शकरकंद में मौजूद कैरोटीनॉयड कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। शोध के मुताबिक, बैंगनी शकरकंद एंथोसायनिन नामक एक अन्य प्राकृतिक यौगिक में उच्च होता है जो कोलोरेक्टल कैंसर होने की संभावना को कम कर सकता है।
वजन घटाए
शकरकंद शरीर में सूजन को कम और वसा कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इससे वजन कम करने में काफी मदद मिलती है।
ये लोग भूलकर भी ना करें सेवन
शकरकंद में कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है। खाना पकाने के कुछ तरीके जैसे भूनना और तलना, इसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स को बढ़ा देते हैं, जिससे रक्त शर्करा बढ़ सकती है। ऐसे में अगर आपको टाइप-2 मधुमेह है, तो इसका सेवन ना करें। आप इस बारे में अपने डॉक्टर या डायटिशियन से भी सलाह ले सकते हैं।