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फिल्मी जगत ने खो दिया एक और सितारा, फिल्मकार कसीनथुनी विश्वनाथ ने दुनिया को कहा अलविदा

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 03 Feb, 2023 10:32 AM
फिल्मी जगत ने खो दिया एक और सितारा, फिल्मकार कसीनथुनी विश्वनाथ ने दुनिया को कहा अलविदा

फिल्म जगत से एक और दुख भरी खबर सामने आई है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मशहूर फिल्मकार कसीनथुनी विश्वनाथ ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। विश्वनाथ काफी समय से बीमार थे और उन्हें उम्र संबंधी पेरशानियां थीं। वीरवार देर रात उनका  हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। 

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दादा साहेब फाल्के पुरस्कार पाने वाले 48वें शख्स थे विश्वनाथ

 ‘कलातपस्वी' के नाम से मशहूर विश्वनाथ का जन्म फरवरी 1930 में आंध्र प्रदेश में हुआ था। तेलुगु सिनेमा के अलावा तमिल और हिंदी फिल्मों में भी उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की थी। वह दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले 48वें शख्स थे। इस पुरस्कार को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। उन्हें 2016 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था। 

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अभिनेता चिरंजीवी ने जताया दुख

अभिनेता चिरंजीवी ने ट्वीट कर लिखा- ‘‘सदमे में हूं। के विश्वनाथ का जाना भारतीय/तेलुगु सिनेमा और मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक अपूरणीय क्षति है। कई बेहतरीन फिल्में देने वाले महान फिल्मकार हमेशा (यादों में) जिंदा रहेंगे। ओम शांति।'' फिल्म उद्योग से जुड़े कई अन्य लोगों ने भी विश्वनाथ के निधन पर शोक जताया। बतौर ‘साउंड आर्टिस्ट' अपने करियर की शुरुआत करने वाले विश्वनाथ ने ‘शंकराभरणम', ‘सागर संगमम', ‘स्वाति मुत्यम', ‘सप्तपदी', ‘कामचोर', ‘संजोग' और ‘जाग उठा इंसान' जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया, जिन्होंने कई पुरस्कार भी अपने नाम किए। 

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 विश्वनाथ ने बनाई  50 फिल्में 

अपने शानदार करियर में उन्हें 1992 में पद्म श्री, पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी पुरस्कार (आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाला पुरस्कार) और ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार' सहित 10 फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले। विश्वनाथ ने अपने करियर में करीब 50 फिल्में बनाईं। तेलुगु फिल्म उद्योग के एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता होने के साथ ही उन्होंने तमिल और हिंदी सिनेमा के लिए भी काम किया।  

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