नारी डेस्क: मराठी फिल्मों और टेलीविज़न की दिग्गज अदाकारा ज्योति चंदेकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। 69 साल की उम्र में उन्होंने पुणे के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। बीते कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर से मराठी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। फैंस, साथी कलाकार और चैनल्स सभी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
बचपन से ही रंगमंच से जुड़ाव
ज्योति चंदेकर का अभिनय सफर बहुत ही कम उम्र में शुरू हुआ था। जब वे सिर्फ 12 साल की थीं, तभी से उन्होंने थिएटर करना शुरू कर दिया था। मंच से शुरू हुआ यह सफर धीरे-धीरे मराठी सिनेमा और टेलीविज़न की दुनिया तक पहुंचा और उन्होंने हर माध्यम में अपनी कला की छाप छोड़ी।
‘पूर्णा आजी’ बनकर घर-घर में पाई पहचान
टीवी सीरियल ‘थरल तार मैग’ में निभाया गया उनका किरदार ‘पूर्णा आजी’ इतना लोकप्रिय हुआ कि वे मराठी दर्शकों के दिलों में बस गईं। उनकी संवाद अदायगी, भाव-भंगिमा और किरदार में गहराई ने उन्हें एक घरेलू नाम बना दिया। लोग उन्हें परदे पर देखकर अपनी ही दादी या मां जैसा महसूस करने लगे थे।
200 से ज्यादा पुरस्कारों से नवाजा गया
अपने अभिनय के लिए उन्हें अब तक 200 से ज्यादा अवॉर्ड्स मिल चुके थे, जो यह दर्शाता है कि वे सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि अभिनय की एक जीवंत पाठशाला थीं। हर भूमिका को वे इस तरह निभाती थीं जैसे वो उनका अपना ही जीवन हो।
मराठी फिल्मों में निभाए यादगार किरदार
ज्योति चंदेकर ने कई मराठी फिल्मों में बेहद प्रभावशाली भूमिकाएं निभाईं। ‘पौलाट’, ‘ढोलकी’, ‘सलाम’, ‘संजपर्व’, ‘आई गुरु’, ‘आई ढोलकी’ और ‘टीचा उम्बर्था’ जैसी फिल्मों में उनका अभिनय आज भी दर्शकों की स्मृति में जीवंत है। उन्होंने मां, सास और बुजुर्ग महिलाओं जैसे किरदारों को ऐसा अपनापन दिया, जिससे हर पीढ़ी के लोग जुड़ गए।
बेटी तेजस्विनी पंडित के साथ पर्दे पर निभाया सास का किरदार
कम ही देखने को मिलता है कि एक रियल लाइफ मां-बेटी की जोड़ी रील लाइफ में भी इतना पसंद की जाए। ज्योति चंदेकर ने अपनी बेटी तेजस्विनी पंडित की फिल्म ‘टीचा उम्बर्था’ में उनकी सास की भूमिका निभाई थी। यह जोड़ी दर्शकों को इतनी भावुक और सजीव लगी कि दोनों को इस फिल्म के लिए अवॉर्ड भी मिला।
फैंस और इंडस्ट्री में गहरा शोक
ज्योति चंदेकर के निधन से उनके चाहने वालों और मराठी इंडस्ट्री में एक खालीपन आ गया है। सोशल मीडिया पर लोग उनकी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर उन्हें नम आंखों से याद कर रहे हैं। स्टार प्रवाह चैनल ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उनके जाने से मराठी कला-जगत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है।
एक विरासत जो हमेशा ज़िंदा रहेगी
ज्योति चंदेकर सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं थीं, बल्कि एक प्रेरणा थीं उन सभी के लिए जो अभिनय को अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। उनका काम, उनके निभाए किरदार, और उनके द्वारा जिए गए हर भाव दर्शकों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।