राजनीति हर किसी के बस की बात नहीं है, यह राह बेहद कठिन है। यहां पल- पल में आपकी परिक्षा ली जाती है। बहुत से कम लोग हैं जो इस परिक्षा में सफल हो पाते हैं। फिल्म इंडस्ट्री के बाद राजनीति में कदम रखने वाली कंगना रनौत को भी कुछ ही दिनों में यह एहसास हो गया है कि उनकी राह बहुत कठिन होने वाली है। उन्होंने मान लिया है फिल्म की जिंदगी राजनीति से ज्यादा आसान है।
पहली ही बारी में लोकसभा मंडी सीट अपने नाम करने वाली कंगना का उस समय दिल टूटा होगा जब जीत के दो दिन बाद उन्हे थप्पड़ मारा गया। वैसे तो राजनेताओं के साथ इस तरह का व्यवहार होता रहा है पर कंगना को इस चीज का एहसास नहीं था कि वह इस तरह लोगों के गुस्से का शिकार बन जाएगी। उनका मानना है कि राजनेताओं की जिंदगी डॉक्टरों की तरह कठिन है, जिनके पास हमेशा परेशान लोगों की भीड़ लगी रहती है।
कंगना ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में बताया कि उन्हें 18 साल पहले ही राजनीति ज्वाइंन का न्यौता मिल चुका था, लेकिन उन्होंने राजनीति में आने की बजाय फिल्मों में अपना करियर बनना सही समझा। उन्होंने कहा- मैं उस समय राजनीति की मुश्किलों से जूझने को तैयार नहीं थी। उनका कहना है कि राजनीति की राह आसान नहीं है और इसके लिए तैयारी करनी पड़ती है। अगर भगवान ने अब सांसद बनने का मौका दिया है तो इसे ईमानदारी से निभाना भी जरूरी है।
कंगना ने आगे कहा- ' यह पहली बार नहीं है, जब मुझे पॉलिटिक्स में शामिल होने के लिए अप्रोच किया गया, मुझे पहले भी कई बार कई ऑफर्स मिले हैं। गैंगस्टर के बाद ही मुझे टिकट ऑफर हुई थी, मेरे परदादा तीन टर्म्स तक MLA रहे हैं। तो जब आप इस तरह के परिवार से आते हैं तो लोकल लीडर्स आपको अप्रोच करते हैं। मेरे पिता को भी ऑफर मिला था, एसिड अटैक के बाद मेरी बहन को भी पॉलिटिक्स में शामिल होने का ऑफर मिला था तो हमारे लिए, पॉलिटिकल ऑफर मिलना कोई बड़ी बात नहीं है.' ।
कंगना कहती हैं कि 'मैं वो हूं जो पैशन फॉलो करती है, अगर आप मुझे फिल्म इंडस्ट्री में देखेंगे तो मैं एक एक्टर, राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर हूं और अब मेरा पॉलिटिकल करियर है, अगर मुझे खुद को यहां लोगों के साथ रहना है, तो मैं इसके साथ आगे जाऊंगी। वह मानती हैं कि पॉलिटिक्स की तुलना में फिल्म इंडस्ट्री में काम आसान है। उन्होंने कहा- यह डॉक्टरों की लाइफ की तरह एक कठिन जीवन है, जहां केवल परेशान लोग ही आपसे मिलने आते हैं। जब आप फिल्म देखने जाते हैं तो आप बहुत रिलैक्स्ड होते हैं, लेकिन राजनीति ऐसी नहीं है।