हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत पड़ता है। यह दिन भगवान शिव समर्पित माना गया है। मान्यता है कि इस शुभ दिन पर सच्चे मन से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है। इस दिन प्रदोष काल यानि शाम के समय पूजा करनी शुभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ दिन पर कुछ उपाय करने से निसंतान को संतान प्राप्ति, कुंवारों को मनचाहा साथी मिलती है। जीवन की समस्याएं दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलते हैं। तो चलिए जानते हैं कुछ उपायों के बारे में...
सोम प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय
सफलता प्राप्ति के लिए
नौकरी, कारोबार से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। साथ ही फूलों की माला अर्पित करें।
आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
इस शुभ दिन पर शिवलिंग का कच्चे दूध में गुड़ मिलाकर अभिषेक करें। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होकर आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
कुंडली में अशुभ प्रभाव होंगे दूर
मान्यता है कि इस दिन शिव जी का व्रत रखने व पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है। साथ ही कुंडली में ग्रहों की दशा ठीक होती है। वहीं अगर कोई मूंगा धारण करना चाहता हैं तो इसके लिए सोम प्रदोष का दिन उत्तम माना जाता है।
बीमारी से मिलेगा छुटकारा
जो लोग किसी बीमारी से पीड़िते हैं उन्हें इस शुभ दिन पर भगवान शिव जी के महामृत्युंजय मंत्र 108 बार जप करना चाहिए। इससे सेहत में सुधार होने के साथ जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
संतान प्राप्ति के लिए करें ये उपाय
मान्यता है कि निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति के लिए सोम प्रदोष व्रत के दिन शिव जी का पंचगव्य यानि गाय के दूध, दही, घी, गोमूत्र और गोबर से अभिषेक करना चाहिए।
शादी में आने वाली बांधा होगी दूर
कुंवारे लोगों को इस दिन भोलेनाथ का रुद्राभिषेक और श्रृंगार करना चाहिए। इससे उनके शादी में आने वाली समस्याएं दूर होगी।