हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। इस साल गंगा दशहरा 30 मई को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष यह पर्व 30 मई 2023, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। गंगा दशहरा के दिन मां गंगा में स्नान करने से और कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
कहते हैं कि जिस घर में गंगा का पवित्र जल रखा जाता है,तो अगर आपने इस घर पर रखा है तो ये 5 गलतियां कभी नहीं करनी चाहिए....
अपने कई घरों में लोगों को प्लास्टिक की बोतलों या डिब्बों में गंगाजल भरकर रखते हुए देखा होगा। ऐसा करना बिल्कुल गलत है। प्लास्टिक अशुद्ध होता है। इसलिए पवित्र गंगाजल को इसमें नहीं रखना चाहिए। गंगाजल को तांबा, पीतल, मिट्टी या चांदी के पात्र में रख सकते हैं।
गंगाजल हमेशा ईशान कोण यानी घर की उत्तर पूर्व दिशा के मध्य स्थान पर रखना चाहिए। इसे किचन- बाथरूम के आस-पास बिल्कुल न रखें।
गंगाजल को जूठे या गंदे हाथों से स्पर्श न करें। गंगाजल को छूने से पहले अच्छी तरह से हाथों को धो लेना चाहिए।
अगर घर में गंगाजल रखा है तो सात्विकता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। घर में सामान बिखरा न रहे।
जिस घर में गंगाजल होता है, वहांम भूलकर भी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। मांस- मदिरा के सेवन से भी बचना चाहिए।
गंगा दशहरा 2023 तिथि
वैदिक पंचांग में बताया गया है कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई को रात्रि 11 बजकर 49 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 30 मई को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर होगा। गंगा दशहरा पर्व के लिए उदया तिथि के अनुसार दिन तय किया जाता है, ऐसे में यह पर्व 30 मई 2023, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा।