सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को CBSE और CISCE बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इसके अलावा कोर्ट ने दोनों केंद्रीय बोर्डों के मूल्यांकन फॉर्मूले को उचित करार देते हुए उन्हें आगे बढ़ने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार और बोर्ड दोनों ही छात्रों को लेकर चिंतित हैं, इसलिए परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया है।
जस्टिस एएम खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी की विशेष पीठ ने कहा कि CBSE और ICSE की मूल्यांकन स्कीम में दखल देने की कोई वजह नजर नहीं आती है। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने CBSE कंपार्टमेंट परीक्षा को रद्द करने की मांग वाली याचिका को भी खारिज कर दिया।
दरअसल, आपकों बतां दें कि CBSE और ICSE के कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के एवरेज मार्किंग स्कीम को कई छात्रों और अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया था। बोर्ड ने परीक्षा परिणाम के संबंध में इन दोनों कक्षाओं के लिए वैकल्पिक मूल्यांकन नीति की घोषणा की है। स्कूलों से 10वीं कक्षा के अंक 30 जून तक जमा करने को कहा गया है, जबकि 12वीं कक्षा के लिये स्कूलों को 15 जुलाई की समय सीमा दी गई है।
12वीं कक्षा के छात्रों के अंक मूल्यांकन 30:30:40 के फार्मूले पर होगा-
सीबीएसई 10वीं कक्षा, 11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के परिणामों के आधार पर 12वीं कक्षा के छात्रों के अंक मूल्यांकन में क्रमश: 30:30:40 का फार्मूले पर कर रहा है। 30 फीसदी अंक 10वीं बोर्ड परीक्षा के आधार पर, अगले 30 फीसदी अंक 11वीं कक्षा के और 40 फीसदी अंक 12वीं कक्षा के यूनिट, मध्य टर्म और प्री-बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर दिए जाएंगे।
नतीजे 31 जुलाई तक घोषित होंगे-
सीबीएसई ने कहा कि 12वीं कक्षा में 20 अंक प्रायोगिक परीक्षा के लिए दिए जाएंगे और नतीजे 31 जुलाई तक घोषित होंगे। बोर्ड ने योजना की और विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 10वीं कक्षा के आधार पर 30 प्रतिशत अंक पांच विषयों में से तीन सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले विषयों के औसत के आधार पर दिए जाएंगे।
इस तरह दिए जाएंगे मार्क्स-
बतां दें कि 11वीं कक्षा के आधार पर 30 प्रतिशत अंक वार्षिक परीक्षा के सैद्धांतिक प्रश्नो में प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे जबकि 12वीं कक्षा के 40 प्रतिशत अंक मासिक परीक्षा, अर्धवार्षिक परीक्षा और प्री बोर्ड के आधार पर दिए जाएंगे। बोर्ड ने कहा कि 12वीं कक्षा की प्रायोगिक/आंतरिक मूल्यांकन के अंक वास्तविक आधार पर दिए जाएंगे जिसे स्कूलों ने सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड किया है।