जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा अपनी तरह की पहली पहल में श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों को प्रसाद के रूप में एक पौधा दिया जायेगा। श्री माता वैष्णो देवी का यह मंदिर प्रदेश के रियासी जिले में कटरा शहर की त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित है, जहां प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ तीर्थयात्री माता के दर्शन करने आते हैं।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सहायक वन संरक्षक विनय खजूरिया ने बताया कि- ‘‘ निहारिका भवन में एक कियोस्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जो भक्तों को‘प्रसाद' के रूप में पौधे प्रदान करेगा ताकि लौटने पर वे इसे श्री माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद के रूप में अपने मूल स्थानों पर लगा सकें। '' यह पहल लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिये प्रोत्साहित करने और‘पृथ्वी'को जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिये की गयी है।
खजूरिया ने कहा- ‘‘ हर साल फूलों की खेती के लगभग दो से तीन लाख पौधे और एक लाख से अधिक वन प्रजातियों को निर्धारित लक्ष्य के रूप में लगाये जाते है। '' उन्होंने कहा, ‘‘ अगले कुछ दिनों में बोडर् औपचारिक रूप से वैष्णो देवी मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को ‘प्रसाद' के रूप में पौधे देना शुरू कर रहा है। भक्त माता रानी के आशीर्वाद के रूप में पौधे अपने साथ ले जा सकते हैं। ''
गौरतलब है कि श्राइन बोडर् द्वारा विशेष रूप से कटरा के पास पैंथल क्षेत्र के कुनिया गांव में एक उच्च तकनीक नर्सरी स्थापित की गयी है, जहां पौधों की देखभाल के लिएआधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इसे उत्तर भारत की हाईटेक नर्सरी भी माना जाता है, अब यहीं से पेड़-पौधों को तैयार किया जाएगा और माता वैष्णो देवी जी साइन बोर्ड प्रशासन अपने ही काउंटर पर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए जाएंगे।