
नारी डेस्क: सिंगर अदनान सामी ने पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी की कड़ी आलोचना की है। फवाद ने हाल ही में अदनान सामी की भारतीय नागरिकता पर सवाल उठाया। यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब एक भारतीय पत्रकार ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए सरकार के निर्देश की खबर दी थी। इस पर फवाद चौधरी ने ट्वीट किया, "अदनान सामी का क्या?" इसके बाद, अदनान सामी ने एक पोस्ट शेयर किया और इस ट्वीट का जवाब देते हुए फवाद चौधरी को "अनपढ़ मूर्ख" कहा। इसके साथ ही उन्होंने हंसने वाला इमोजी भी शेयर किया।
अदनान सामी की भारतीय नागरिकता
अदनान सामी को दिसंबर 2015 में भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई थी। अदनान का जन्म इंग्लैंड में हुआ था और उन्होंने अपनी पढ़ाई भी वहीं से की। हालांकि, उनके पेरेंट्स पाकिस्तानी हैं, लेकिन अदनान सामी ने भारतीय नागरिकता ग्रहण करने के बाद कई बार भारत में अपने योगदान और प्यार का इज़हार किया है।
सिंगर अदनान सामी का करियर और भारत में लोकप्रियता
अदनान सामी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। उनके गाने जैसे "लिफ्ट करा दे", "कभी तो नजर मिलाओ", और "सुन जरा" बेहद पॉपुलर हैं। इसके अलावा, उन्होंने 2015 में आई फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में "भर दो झोली मेरी" गाना गाया था, जो बहुत ही हिट हुआ था और आज भी लोग उसे पसंद करते हैं।
पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना
अदनान सामी ने 2017 में हिंदुस्तान टाइम्स से एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना किया था, तो उन्हें काफी मानसिक दबाव महसूस हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय नागरिक बनने के बाद उनके धर्म पर सवाल उठाए गए और कई कमेंट्स भी किए गए, जिसमें उनके धर्म को लेकर नकारात्मक बातें की गईं।

धर्म बदलने का दबाव
अदनान सामी ने यह भी बताया कि जब उन्होंने भारतीय नागरिकता ली, तो कुछ लोगों ने उनसे अपने धर्म को बदलने के लिए भी कहा। लेकिन उन्होंने इस दबाव को नकारते हुए अपनी भारतीय नागरिकता का सम्मान किया और अपने कार्यों से देश के प्रति अपनी निष्ठा को साबित किया।
अदनान सामी जैसे सिंगर्स जो दोनों देशों के बीच एक पुल का काम करते हैं, उन्हें कई बार अपनी पहचान और नागरिकता को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। फिर भी, उन्होंने हर परिस्थिति में अपनी ओर से प्यार और सम्मान का संदेश दिया है।