'एसिड अटैक' यह शब्द सुनने और लिखने में तो काफी सरल है लेकिन यह हमला जिस पर होता है उसे ही इसका दर्द मालूम होता है। खुद की शक्ल को यूं देखकर हर कोई हिम्मात हार जाए। रात-रात भर इसी सोच में गुजार देना कि मैं आखिर दुनिया के सामने कैसे जाउंगी? और इसके इलाज का वो असहनीय दर्द जो सहा नहीं जाता। ऐसे में जो एसिड अटैक सर्वाइवर होते हैं वो यूं ही सर्वाइवर नहीं बन जाते। तमाम मुश्किलों को सामना कर वे जिंदगी को वापिस जीते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला की कहानी के बारे में बताएंगे जिसकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
हम बात कर रहे हैं एसिड अटैक सर्वाइवर प्रमोदिनी राउल की। प्रमोदिनी राउल ओडिशा के जगतसिंहपुर की रहने वाली हैं। हाल ही में वह शादी के बंधन में बंधी हैं और उन्होंने बॉयफ्रेंड सरोज साहू के साथ शादी रचाई है लेकिन इनकी जिंदगी की कहानी और प्यार की कहानी तो आपको भी सुननी चाहिए।
2009 में हुआ था एसिड अटैक
खबरों की मानें तो प्रमोदिनी पर 2009 पर एसिड अटैक हुआ था। तब वह महज 16 साल की थी। प्रमोदिनी ने तब सेना के एक जवान को शादी के लिए इंकार कर दिया था जिसके बाद उसने प्रमोदिनी पर एसिड अटैक कर दिया था। इस अटैक के बाद उनका चेहरा पूरी तरह से झुलस गया था और तो और यह अटैक इतना खतरनाक था कि उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई थी जिसके बाद प्रमोदिनी ने लगभग 9 महीने आईसीयू में रही। इस अटैक में वह 80 प्रतिशत जल चुकी थी। प्रमोदिनी की मां इस घटना के बाद गुजर गई लेकिन वह उनसे प्यार से रानी बुलाती थी।
नहीं मानी हार दोबारा जिंदगी की शुरूआत की
प्रमोदिनी पर एसिड अटैक का तो गहरा सदमा लगा था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और जिंदगी के साथ लड़ी। कहते हैं ना जिंदगी में आपके पास जीने की कोई न कोई वजन जरूर होनी चाहिए क्योंकि अगर कोई वजह नहीं होगी तो आपके अंदर जीने की इच्छा ही खत्म हो जाएगी।
शादी की तस्वीरें हो रही वायरल
समय चाहे बदल गया है लेकिन आज भी कुछ ऐसे लोग हैं जिनके लिए खूबसूरती का अर्थ है चेहरा खूबसूरत होना लेकिन असल में तो खूबसूरती वो होती है जो आपके दिल में हो, आपमें हो और आपके व्यक्तिव में हो। कुछ ऐसा ही हुआ प्रमोदिनी के साथ। प्रमोदिनी की शादी की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। इस संबंध में प्रमोदिनी ने कहा ,' यह मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन है। हमारे समाज में जहां शादी के लिए एक लड़की की सुंदरता को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है, मैं अपनी शादी के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकती थी। मैं चाहती थी कि मेरी शादी के लिए मेरे परिवार और पति के परिवार की सहमति भी हो और ऐसा ही हुआ।'
2014 में हुई थी पहली मुलाकात
प्रमोदिनी की मानें तो 2009 में जब उन पर एसिड अटैक हुआ तो वह 2014 में इलाज के दौरान पति सरोज से मिली। प्रमोदिनी बताती हैं कि इस सफर में सरोज ने उन्हें पूरा सपोर्ट किया है।
सरोज ने किया प्यार का था इजहार लेकिन...
2016 में सरोज ने प्रमोदिनी को प्रपोज किया था लेकिन तब प्रमोदिनी देख नहीं सकती थी क्योंकि वह एसिड अटैक में आंखों की रोशनी खो चुकी थी। लेकिन 2017 में जब प्रमोदिनी की आंखों की सर्जरी हुई तो वह देख पाई जिसके बाद उन्होंने सगाई का फैसला लिया और जन्मों जन्मों के लिए एक होने का वादा भी कर लिया।
सच में यह शादी किसी मिसाल से कम नहीं है क्योंकि आज कल लोग सुंदरता चेहरे में ढूंढते हैं न कि दिल में लेकिन सरोज और प्रमोदिनी की यह कहानी लोगों के लिए प्रेरणा भी है और यह भी सिखाती है कि आज भी समाज में सच्चा प्यार जीवित है।