लाख कोशिशें के बाद भी भारत कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’से अछूता नहीं रह पाया। अब तक इसके 4 मामले सामने आ चुके हैं। गुजरात के 72 वर्षीय व्यक्ति जबकि महाराष्ट्र के 33 वर्षीय व्यक्ति के ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इससे पहले, कर्नाटक में दो व्यक्ति वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित मिले थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और मिजोरम को पत्र लिखकर कोविड-19 के प्रसार पर नियंत्रण के लिए ‘जांच- पता लगाना- उपचार करना- टीका लगाना- कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने’ की नीति के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा।
कुछ जिलों में संक्रमण के बढ़ते मामलों, साप्ताहिक संक्रमण दर और साप्ताहिक मृत्यु के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
सभी राज्यों को दी गई ये सलाह
-अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी नजर रखें
-उभरते हॉटस्पॉट की निगरानी करें
-संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का तुरंत पता लगाएं।
-सभी संक्रमित नमूने को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजें
जिम्बाब्वे से गुजरात आया था संक्रमित शख्स
गुजरात के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जिम्बाब्वे से लौटा गुजरात के जामनगर शहर का 72 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से गुजरात आया था और दो दिसंबर को कोरोना वायरस से संक्रमित मिला था, जिसके बाद उसका नमूना जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा गया था। हालांकि, संक्रमित व्यक्ति टीके की दोनों खुराक ले चुका है। जिला अधिकारियों ने प्रोटोकॉल के अनुसार इस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाना पहले ही शुरू कर दिया है।
ये हैं अधिक जोखिम वाले देश
केंद्र के अनुसार अधिक जोखिम वाले देशों में ब्रिटेन सहित यूरोपीय देश और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग तथा इज़राइल शामिल हैं। सरकार ने कहा- भारत में बड़े स्तर पर टीकाकरण मार्च 2021 में ही शुरू हुआ है। ‘‘हमें भारत में सभी लाभार्थियों को टीके की दोनों खुराक देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों को बड़े स्तर पर टीका लगाने पर जोर देना चाहिए।’’
ड्यूटी पर तैनात था मरीज
वहीं महाराष्ट्र के ठाणे जिले से मिला संक्रमित व्यक्ति पेशे से मरीन इंजीनियर है। संक्रमित इंजीनियर अपनी पेशागत मजबूरियों के चलते कोविड-रोधी की खुराक नहीं ले सका था जोकि अप्रैल से ही जहाज पर ड्यूटी पर तैनात था। वह एक निजी मर्चेंट नेवी जहाज पर तैनात थे और अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर के दौरान ही देश से चले गए थे। 33 वर्षीय यह व्यक्ति 23 नवंबर को दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली हवाई अड्डे पहुंचा था, जहां उसने कोविड जांच के लिए नमूना दिया था। इसके बाद उसने मुंबई के लिए उड़ान पकड़ी थी। व्यक्ति को हल्का बुखार है, लेकिन उसे कोविड-19 के अन्य लक्षण नहीं हैं।