आज जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस के डर से घरों में बैठी है, वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इस वायरस को अभी भी सीरियस नहीं ले रहे। हैरानी जनक बात तब हो गई जब स्पेन के डॉक्टर्स ने कोरोना वायरस के लक्ष्णों को इग्नोर किया।
अपने पिता के साथ करवाने आया था चेकअप
स्पेन में रहने वाला 20 साल का नौजवान एक नहीं बल्कि दो बार डॉक्टर के पास अपना चेकअप करवाने गया। मगर डॉक्टर्स ने दोनों बार ‘no need to worry’ की बात कहकर उसे घर भेज दिया, क्योंकि उस लड़के को तेज बुखार नहीं था। मगर चौथे सुबह जब लड़के को कुछ भी दिखना बंद हो गया, और वह चक्कर खाकर गिर गया तो उसके स्टेप यानि सौतेले पिता उसे अस्पताल लेकर गए। जहां जाकर उसका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव साबित हुआ।
बुखार के अलावा सर्दी-जुकाम के थे लक्ष्ण
20 साल के इस नौजवान को हल्का सर्दी-जुकाम और ग्ले में सूजन की समस्या थी। बुखार इतना तेज नहीं था। डॉक्टर के पास जाने पर उसे पैरासिटामोल दवा देकर घर भेज दिया गया। जब उसके पिता बेहोश होने पर उसे अस्पताल लेकर गए तो उसे तब काफी तेज बुखार था। डॉक्टर्स ने तुरंत उसे वेंटीलेशन पर भेज दिया। ब्लड टेस्ट होने पर पता चला कि लड़के को leukemia यानि कैंसर भी था। कैंसर की वजह से उसका इम्यून सिस्टम इस बीमारी को झेल नहीं पाया, जिस वजह से उसकी मौत हो गई।
पिता ने किया पोस्ट शेयर
बेटे की मौत होने के बाद, उसके पिता ने पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने लिखा कि हम जानते थे कि कोरोना पूरे देश को मार रहा है, मगर फ्रांस में भी ऐसा कुछ देखने को मिलेगा और वो भी अपने घर में, हमनें कभी सोचा न था। बेटे को खोने के बाद हम सभी घरवाले खुद को घर में कैद करके बैठे हैं।
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