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ऑनलाइन लाइफ बन रही है तनाव का कारण,  बचने के लिए करें यह 5 आसान बदलाव!

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 07 Dec, 2024 11:19 AM
ऑनलाइन लाइफ बन रही है तनाव का कारण,  बचने के लिए करें यह 5 आसान बदलाव!

नारी डेस्क: आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। हालांकि यह हमें दुनिया से जोड़ता है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल हमारी सेहत और मानसिक स्थिति पर बुरा असर डाल सकता है। खासकर युवाओं और बच्चों में यह लत कई गंभीर समस्याओं को जन्म दे रही है।

स्मार्टफोन की लत: कैसे बन रही है चुनौती?

स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल हमारी नींद, मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। लगातार स्क्रीन पर एक्टिव रहने की वजह से हमारी दिनचर्या पर असर पड़ता है और फिजिकल एक्टिविटी की कमी हो जाती है। इसके चलते मोटापा, डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

एक रिसर्च के मुताबिक, जो बच्चे ज्यादा समय स्मार्टफोन और टैबलेट का इस्तेमाल करते हैं, उनमें दिल से जुड़ी बीमारियां जल्दी होने का खतरा बढ़ जाता है। 1990 और 1991 के बीच जन्मे 14,500 बच्चों पर की गई इस रिसर्च में यह बात सामने आई कि ज्यादा स्क्रीन टाइम उनकी शारीरिक गतिविधियों को कम कर रहा है, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।

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स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान

1. कंप्यूटर विजन सिंड्रोम

लंबे समय तक स्क्रीन देखने से हमारी आंखों पर सीधा असर पड़ता है। इसका नतीजा होता है आंखों में दर्द, जलन, सूखापन और बार-बार पानी आना। लगातार स्क्रीन देखने से सिर दर्द और दृष्टि धुंधली होने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

बचाव के उपाय

20-20-20 नियम अपनाएं हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी वस्तु को देखें। स्क्रीन की ब्राइटनेस को कम रखें और एंटी-ग्लेयर स्क्रीन का इस्तेमाल करें। दिन में कम से कम 2-3 बार आंखों पर ठंडे पानी से छींटे मारें। पर्याप्त नींद लें ताकि आंखों को आराम मिले।

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2. रीढ़ की हड्डी पर असर

फोन का लंबे समय तक झुककर इस्तेमाल करने से गर्दन और पीठ में दर्द होना आम है। खराब पोजिशन में बैठने से रीढ़ की हड्डी में स्थायी समस्याएं, जैसे स्पॉन्डिलाइटिस और पोस्टरल इश्यू, हो सकती हैं।

बचाव के उपाय

फोन का इस्तेमाल करते समय अपनी गर्दन और पीठ को सीधा रखें। हर 30 मिनट में ब्रेक लें और शरीर को स्ट्रेच करें। वर्कस्टेशन एर्गोनॉमिक्स का ध्यान रखें और कुर्सी-टेबल का सही इस्तेमाल करें। नियमित योग और एक्सरसाइज करें ताकि रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनी रहे।

3. स्किन समस्याएं

फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (ब्लू लाइट) और लगातार स्क्रीन को छूने से चेहरे की त्वचा पर रैशेज, पिंपल्स और डलनेस हो सकती है।

बचाव के उपाय

फोन को नियमित रूप से साफ करें, ताकि बैक्टीरिया और गंदगी ना जमें। स्किन को मॉइश्चराइज रखें और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
ब्लू लाइट फिल्टर वाले स्क्रीन गार्ड का उपयोग करें। स्क्रीन पर कम से कम मेकअप लगाएं, ताकि पोर ब्लॉक होने से बच सकें।

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4. नींद की कमी

फोन पर रात में ज्यादा समय बिताने से मेलाटोनिन हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे नींद का पैटर्न बिगड़ जाता है। इसका असर हमारी मानसिक और शारीरिक ऊर्जा पर पड़ता है।

बचाव के उपाय

सोने से कम से कम एक घंटे पहले फोन का इस्तेमाल बंद करें। बैडरूम में फोन लाने से बचें और अलार्म के लिए पारंपरिक घड़ी का इस्तेमाल करें। रात में ब्लू लाइट फिल्टर ऑन रखें या "डार्क मोड" का इस्तेमाल करें। रात के समय किताब पढ़ने या ध्यान लगाने की आदत डालें।

5. मानसिक तनाव

सोशल मीडिया पर बार-बार अपडेट्स देखना और खुद की तुलना दूसरों से करना मानसिक तनाव और चिंता को बढ़ा सकता है। नोटिफिकेशन की वजह से बार-बार ध्यान भटकना भी एक बड़ा कारण है।

बचाव के उपाय 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर समय सीमा तय करें। अपने फोन पर नोटिफिकेशन को साइलेंट या बंद करें। ध्यान (मेडिटेशन) और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें। सकारात्मक और प्रेरणादायक कंटेंट देखने की आदत डालें।

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आत्मविश्वास की कमी

फोन पर ज्यादा समय बिताने से बच्चे और युवा सामाजिक संपर्क से दूर होते जा रहे हैं। इससे उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है और वे अकेलापन महसूस करने लगते हैं।

बचाव के उपाय

बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने पर जोर दें। ग्रुप एक्टिविटी, जैसे स्पोर्ट्स, डांस, या आर्ट क्लासेस में हिस्सा लेने की आदत डालें। बच्चों को वास्तविक जीवन में बातचीत और दोस्त बनाने के फायदे बताएं।

स्पेन का साहसिक कदम

स्पेन ने स्मार्टफोन की लत पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। वहां बिकने वाले स्मार्टफोन्स पर सिगरेट के पैकेट की तरह स्वास्थ्य चेतावनी लगाई जाएगी। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और सोच-समझकर फोन का उपयोग प्रोत्साहित करना है।

स्मार्टफोन की लत से बचने के लिए अन्य उपाय

स्क्रीन टाइम को सीमित करें: हर दिन अपने स्क्रीन टाइम की सीमा तय करें। इसके लिए फोन में उपलब्ध डिजिटल वेल-बीइंग फीचर का इस्तेमाल करें।

फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं: दिन में कम से कम 30 मिनट फिजिकल एक्टिविटी, जैसे दौड़ना, योग या डांस करें।

डिजिटल डिटॉक्स करें: हर हफ्ते एक दिन बिना फोन के बिताने की कोशिश करें। इसे "नो-फोन डे" बनाएं।

परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं: फोन से दूरी बनाकर परिवार के साथ खाना खाएं, बातचीत करें, या आउटडोर गेम्स खेलें।

नई हॉबी अपनाएं: पेंटिंग, म्यूजिक, गार्डनिंग, या किसी नई स्किल को सीखने में समय बिताएं। इससे फोन का उपयोग कम होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा।

फोन का उपयोग उद्देश्यपूर्ण बनाएं: जब भी फोन उठाएं, यह सुनिश्चित करें कि इसका उपयोग केवल जरूरी कार्यों के लिए हो। बेवजह स्क्रॉलिंग से बचें।
 
स्मार्टफोन का इस्तेमाल हमारी जिंदगी को आसान बनाता है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग हमारे स्वास्थ्य और रिश्तों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। समझदारी और संयम से फोन का इस्तेमाल करें और अपनी दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव लाएं।।

 


 

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