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घर रहेगा ठंडा-ठंडा कूल-कूल, लगाएं ये पौधे

  • Updated: 07 Jun, 2017 08:12 PM
घर रहेगा ठंडा-ठंडा कूल-कूल, लगाएं ये पौधे

पंजाब केसरी(इंटीरियर डैकोरेशन): बहुत ज्यादा गर्मी में मन में यही तमन्ना उठती है कि कुछ ऐसा किया जाए कि अपने आस-पास का वातावरण बिल्कुल ठंडा-सा ही महसूस हो। ऐसे में आप अपने घर में कुछ विशेष तरह के पेड़-पौधे लगा कर घर को ठंडा रख सकती हैं। यह बात सच है कि आजकल के घरों में अधिक पेड़-पौधों के लिए जगह नहीं होती, परंतु यदि आपको बागवानी का शौक है तो आप घर की बालकनी में या खिडक़ी के बॉक्स में विशेष तरह के पौधे लगा सकती हैं। ये पौधे घर की हवा को ताजा रखते हैं हवा को शुद्ध करते हैं और घर तथा आसपास के वातावरण को ठंडा रखते हैं। 

एलोवेरा का पौधा 
यह बहुत ही लाभदायक और रिफ्रेशिंग पौधा है, जिसे घर में लगाया जा सकता है। यह न केवल घर के तापमान को कम रखता है, बल्कि हवा से नुकसानदायक फॉर्मेडिहाईड को भी दूर करता है। 

स्नेक प्लांट 
यह एक अनोखा पौधा है। यह ना केवल तापमान को कम रखता है बल्कि यह हवा को शुद्ध बनाता है।

ऐरेका पाम ट्री 
यह पौधा प्राकृतिक रूप से नमी को बनाए रखता है जिससे आपका घर ठंडा और आरामदायक लगता है। यह हवा से नुकसानदायक पदार्थों को भी दूर करता है।

फिचुस ट्री 
इसे वीपिंग फिग के नाम से भी जाना जाता है। यह कमरे की हवा को साफ करता है और गर्मी को सोख लेता है। इसकी देखभाल करना आसान होता है क्योंकि यह कम प्रकाश और कम पानी में भी रह सकता है। तापमान को कम रखने के साथ-साथ यह हवा के प्रदूषण को भी कम करता है। 

बेबी रबर प्लांट 
जब ऐसे पौधों की बात आती है जो कमरे को ठंडा और तरोताजा रखते हैं और हवा से अशुद्धियों को दूर करते हैं तो इसमें बेबी रबर प्लांट का नाम जरूर आता है। इसे नियमित तौर पर पानी देने की जरूरत नहीं होती बल्कि इसे अच्छी मिट्टी और फिल्टर्ड लाइट की आवश्यकता होती है। 

फर्न 
फर्न नमी को बनाए रखने के लिए सबसे उत्तम है। कमरे की हवा को साफ करने और तरोताजा करने के साथ-साथ यह गर्मी को भी कम करता है। अपनी बालकनी में फर्न का पौधा रखें। यह बहुत अच्छा दिखता है। 

गोल्डन पोथोस 
इसे सिल्वर लाईन या डेविल्स एवी भी कहा जाता है। इसकी सदाबहार पत्तियां आपके कमरे की शोभा बढ़ाती हैं और साथ ही साथ यह हवा से अशुद्धियों को हटाता है और गर्मियों में घर को ठंडा रखता है। इसे रखना आसान होता है और इसे अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती।

हेमा शर्मा, चंडीगढ़    

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