पेरेंटिंग : शायद ही कोई ऐसा मां-बाप होगा जो यह नहीं चाहता होगा कि उसका बच्चा परीक्षा में अच्छे अंक ना लें। पैरेंट्स उन्हें अच्छी शिक्षा देने की कोशिश करते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें बेस्ट डाइट देना भी बहुत जरूरी है, खासकर पेपरों के दिनों में। यदि आप बच्चों को एग्जाम से पहले केला खिलाएगें तो शत-प्रतिशत वे पेपर लिख कर ही आएंगे। आयुर्वेद के अनुसार केले में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जिसके आधार पर ऐसा दावा किया जा रहा है। केले में याददाश्त को दुरुस्त करने वाले जबरदस्त ताकत पाई जाती है।
1. परीक्षा से पहले केला खाने से दिमाग चुस्त रहता है। इसमें पाए जाने वाला पोटैशियम दिमाग को अलर्ट रखता है।
2. परीक्षा की वजह से दिमाग टैंशन मे होता है और इससे कुछ बच्चों का बी.पी लो हो जाता है। केला खाने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहता है।
3. केला विटामिन बी 6 का बढ़िया स्त्रोत है, जो नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है। याददाश्त और दिमाग को तेज करता है।
4. इसे खाने से तनाव दूर रहता है और बच्चे फ्रैश महसूस करते है। इसमें ट्राईप्टोफान एमिनो एसिड पाया जाता है जिससे स्टैस दूर होने वाले हार्मोनस पैदा होते है।
5. एग्जाम के दौरान बच्चों का गला भी बार-बार सूखता है जिसे उन्हें पानी पीने के लिए जाना पड़ता है। लेकिन केला खाने से प्यास नहीं के बराबर लगती है।
6. केले में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम पाए जाते हैं, जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाते है,जिससे शरीर को ताकत मिलती हैं।
7. केला खाने से खून में हीमोग्लोबीन भी बढ़ता है। इसलिए एनीमिया के रोगियों को केला अवश्य खाना चाहिए।