हिंदू धर्म में ज्योतिष के साथ वास्तु का भी खास महत्व है। इससे जुड़े उपायों को करने से जीवन की परेशानी दूर होकर खुशियों का आगमन होता है। घर में सुख-समृद्धि व शांति का वास होने में मदद मिलती है। मगर वास्तु को ज्योतिष के मुताबिक इस्तेमाल किया जाए तो इसका दोगुना फल मिल सकता है। तो चलिए आज हम आपको जन्म तारीख के हिसाब से वास्तु के कुछ उपाय बताते हैं। इससे आपके जीवन की समस्याएं दूर होकर सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
मूलांक 1 वाले लोग
जिन लोगों का जन्म 1,10,19, 28 को हुआ हो उनका मूलांक 1 मुलांक और सूर्य ग्रह से संबंध होता है। इस मूलांक वाले लोगों को घर के पूर्व दिशा में बांसुरी रखना शुभ होता है।
मूलांक 2 वाले लोग
जो लोग 2, 11, 20, 29 तारीख को पैदा हुए हो उनका मूलांक 2 और इसका संबंध चंद्रमा ग्रह से होता है। इस मूलांक के लोगों को अपने घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में सफेद रंग का कोई शोपीस रखना शुभ होगा।
मूलांक 3 वाले लोग
तारीख 3, 12, 21 या 30 को जन्में लोगों का मूलांक 3 और बृहस्पति ग्रह से संबंध होता है। ऐसे में इन्हें अपने घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रुद्राक्ष रखने से लाभ होगा।
मूलांक 4 वाले लोग
वहीं जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ हो। उनका लक्की नंबर 4 और ग्रह राहू माना जाता है। इन लोगों को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में कांच की कोई वस्तु रखनी चाहिए। आप चाहे तो कोई डेकोरेशन पीस रख सकते हैं।
मूलांक 5 वाले लोग
जिन लोगों का जन्म 5, 14, 23 तारीख को हुआ है, उनका संबंध बुध ग्रह से माना जाता है। इन्हें घर की उत्तर दिशा में प्रथम पूजनीय गणेश जी, लक्ष्मी या कुबेरजी की मूर्ति या उनका कोई चित्र लगाना शुभ रहेगा।
मूलांक 6 वाले लोग
जिन लोगों का जन्म 6, 15, 14 तारीख को हुआ है। उनका मूलांक 6 माना जाता है। साथ ही इस नंबर का शुक्र ग्रह से होता है। ऐसे में इन लोगों को शुक्र की यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर का पंख रखना चाहिए।
मूलांक 7 वाले लोग
7, 16 या 25 तारीख में जन्में लोग घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रुद्राक्ष रखें। इससे उन्हें लाभ मिलेगा।
मूलांक 8 वाले लोग
जो लोग 8, 17 या 26 को पैदा हुए है। उनका लक्की नंबर 8 माना जाता है। साथ ही उनके मूलांक ग्रह शनिदेव है। इन लोगों को घर की पश्चिम दिशा में काले रंग का क्रिस्टल रखना शुभ रहेगा।
मूलांक 9 वाले लोग
जो लोग किसी भी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को पैदा हुए हो उन्हें घर में पिरामिड रखना चाहिए। साथ ही इससे हमेशा दक्षिण दिशा में ही रखें।