![सोना खरीदने से पहले समझें ये कैलकुलेशन, नहीं तो आप भी फंस जाएंगे Gold Scam में](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2024_6image_15_00_223329795go5-ll.jpg)
सोने के दाम चाहे कितने भी बढ़ जाएं पर भारतीयों को इस पर निवेश करना पसंद है। गोल्ड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है। वहीं जरूरत पड़ने पर आप लोन भी ले सकते हैं। हालांकि बहुत से लोग सोना खरीदते समय कुछ गलतियां कर बैठते हैं जिसका पछतावा उन्हें बाद में होता है। अगर आप भी आने वाले समय में सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इसे लेकर चल रहे स्कैम के बारे में जान लें, ताकि आपके साथ कोई धोखा ना कर सके।
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सोने पर लगती है 3% जीएसटी
भारत में सोने पर 3% जीएसटी लगता है। ज्वेलरी का भुगतान आप ऑनलाइन करें या ऑफलाइन, इस पर आपको केवल 3 फीसदी ही GST चुकाना होगा। वैसे तो मेकिंग चार्ज भी 3% ही होता है पर कई जगह ज्वैलर्स 5% जीएसटी मेकिंग चार्ज के रूप में लेते हैं जो गलत है। वहीं इसके अलावा सोने को रिपेयर कराने पर 5% जीएसटी लगती है। वहीं डायमंड की बात करें तो उस पर भी 3% जीएसटी ही लगता है।
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मेकिंग चार्ज से होता है ज्वेलर्स को फायदा
ज्वेलर्स को सबसे ज्यादा फायदा मेकिंग चार्ज से ही होता है, इसलिए सबसे ज्यादा हेर- फेर भी उसी में की जाती है। ग्राहकों में जानकारी का आभाव होने के चलते बिल में कई तरह के चार्ज जोड़ दिए जाते हैं। ऐसे में सोना खरीदते वक्त बिल में क्या-क्या चार्ज जोड़ा गया है यह एक बार जरुर देखें। अगर कुछ भी नियम के खिलाफ है तो इसकी शिकायत भी की जा सकती है।
ये होता है फाइनल प्राइस तय करने का फॉर्मूला
गोल्ड जूलरी की फाइनल प्राइस तय करने का एक फॉर्मूला है जो इस प्रकार होता है-सोने की कीमत(ग्राम में वजन) + मेकिंग चार्जेज + 3 फीसदी GST + हॉलमार्किंग चार्जेज। सोने की कीमत इसकी शुद्धता पर भी निर्भर करती है। सोना जितना प्योर होगा, कीमत उतनी ज्यादा होगी। 24 कैरेट गोल्ड सबसे महंगा होता है और 14 कैरेट सोना सबसे सस्ता होता है।
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सोने खरीदने से पहले जान लें भाव
हालांकि 24 कैरेट को ज्वेलरी बनाने के लिए उतना उपयोगी नहीं माना जाता है. जूलरी बनाने में आमतौर पर 18 कैरेट और 22 कैरेट का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा जूलरी को डिजाइन करने में जितना समय लगता है, उसी हिसाब से मेकिंग चार्ज लिए जाते हैं। सोने की जूलरी पर 10 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज वसूले जाते हैं। इसमें रिटेलर का भी करीब 10 प्रतिशत तक कमीशन शामिल होता है। ऐसे में जिस दिन आप सोना खरीदें उस दिन मार्कीट में सोने का क्या भाव है वह एक बार जरुर करें साथ ही बिल में जोड़ गए सभी चार्ज पर भी नजर डालें