गर्भवस्था महिलाओं के लिए बहुत ही नाजुक समय होता है। इस दौरान महिलाओं के मन में भी कई तरह के सवाल आते हैं। शरीर में कई तरह के बदलाव भी आते हैं। इन्हीं बदलावों में से एक है वजन बढ़ना। गर्भवती महिलाओं को वजन बढ़ना आम बात है लेकिन महिलाओं के मन में अक्सर एक सवाल रहता है कि क्या वजन बढ़ना सही है? डिलीवरी में बढ़ते हुए वजन से कोई समस्या तो नहीं होगी? तो चलिए आपको बताते हैं कि गर्भावस्था में वजन बढ़ना कितना सामान्य होता है...
क्यों बढ़ता है प्रेग्नेंट महिलाओं का वजन?
गर्भावस्ता में महिलाओं का वजन इसलिए बढ़ता है क्योंकि उनके वजन में बच्चे का वजन भी शामिल हो जाता है। यदि गर्भ में जुड़वा बच्चे हैं तो कम से कम 15 से 20 किलो तक वजन बढ़ सकता है। इसके अलावा वजन बढ़ने के कई कारण होते हैं जैसे स्तन के आकार का बढ़ना, गर्भाश्य के आकार का बढ़ना और शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ बनने से भी वजन बढ़ सकता है।
इस समय शुरु होता है वजन बढ़ना
गर्भवस्था में महिलाओं का पहले तीन महीनों में वजन सामान्य होता है। लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार, हर सप्ताह में 1 किलो वजन महिलाओं का बढ़ सकता है।
कितना बढ़ता है वजन?
एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्भवती महिलाओं को कम से कम 12 से 16 किलो तक वजन बढ़ता है। इसके अलावा जिन महिलाओं का वजन गर्भावस्था से पहले ही ज्यादा होता है, प्रेग्नेंसी में उनका वजन कम से कम 16 किलो तक बढ़ सकता है। यदि महिला का शरीर स्वस्थ है तो वजन कम से कम 12 किलो तक बढ़ सकता है।
क्या ज्यादा वजन बढ़ने से होती है समस्या?
यदि गर्भवती महिलाओं का सामान्य वजन से ज्यादा बढ़ रहा है तो मां और बच्चे दोनों की लिए समस्या हो सकती है। ज्यादा वजन बढ़ने से गर्भवती महिलाओं को सी सेक्शन प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इसके अलावा ज्यादा वजन के कारण बच्चे को भविष्य में मोटापे और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।