धनतेरस के अगले दिन छोटी दिवाली मनाई जाती है। इसे नरक चतुर्थी या नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है। इसके साथ ही आज के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। वैसे हनुमान जयंती का पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा पर और दूसरी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ती है। इस दिन संकटमोचन हनुमान जी की पूजा करने व दीपक जलाने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इससे जीवन की समस्याएं दूर होकर घर में सुख-शांति का वास होता है।
चलिए आज हम आपको नरक चतुर्थी व हनुमान जयंती के खास अवसर पर कुछ खास उपाय बताते हैं...
जीवन में तरक्की पाने के लिए
हनुमान जयंती के दिन चमेली के तेल का दीपक घर के पूजा स्थल या हनुमान मंदिर में जलाएं। माना जाता है कि इससे जीवन में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
समस्याओं से बचाएगा दीपक
आज के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। इसलिए इस दिन हनुमान की पूजा करना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही शाम को घर की महिलाएं सरसों तेल में 1-2 लौंग डालकर संकटमोचन हनुमान जी की आरती करें। कहा जाता है कि इससे पति के जीवन की समस्याएं दूर होती है। घर में सुख-शांति भरा माहौल रहता है। इसके साथ ही घर के सदस्यों की सेहत बरकरार रहती है।
दुर्भाग्य दूर करेगा दीपक
जिंदगी में परेशानियां बढ़ने पर लगता है कि दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ रही है। ऐसे में आप आज यानि छोटी दिवाली के दिन शाम को घर पर सरसों तेल का दीपक जलाएं। इसके साथ आटे और गुड़ के मालपुए बनाकर गरीब बच्चों को खिलाएं। मान्यता है कि इस उपाय से दुर्भाग्य दूर होता है।
भगवान राम की पूजा करें
हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त है। इसलिए हनुमान जयंती के खास पर्व पर राम जी की पूजा भी करें। इस दिन श्री राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करना शुभ माना जाता है।
बीमारियों से मुक्ति दिलाएगा दीपक
अगर किसी के घर में कोई लंबे समय से बीमार है तो वे आज से लगातार 41 दिनों तक पीपल के पेड़ नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं। मान्यता है कि इससे व्यक्ति रोग मुक्त होता है। साथ ही मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
खुद का घर पाने के लिए
तिल के तेल में थोड़ा सा सरसों तेल मिलाकर रोजाना घर के मंदिर में दीपक जलाएं। लगातार 40 दिनों तक इस उपाय को करें। माना जाता है कि ऐसा करने से नया घर खरीदने की मनोकामना जल्दी ही पूरी होती है।
इस उपाय से मिलेगी शनिदेव की कृपा
दिवाली के एक दिन पहले सरसों तेल में चेहरा देखकर शनि मंदिर में चढ़ाएं। मान्यता है कि इससे शनिदेव की असीम कृपा बरसती है। इसके साथ ही धन की देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।