दिल्ली समेत देश के किसी भी हिस्से में रविवार को ईद का चांद नजर नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा तथा सोमवार को 30वां और आखिरी रोज़ा होगा। इस रमजान का सबसे लंबा 15 घंटे 11 मिनट का आखिरी रोजा होगा।दो साल बंद रहने के बाद इस बार ईद के मौके पर बाजार गुलजार दिखे। चारों तरफ रौनक देखने लायक है।
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने बताया कि कई हिस्सों में ईद का चांद नज़र नहीं आया है, इसलिए ईद का त्योहार मंगलवार तीन मई को मनाया जाएगा। सोमवार को 30वां रोजा होगा और शव्वाल (इस्लामी कैलेंडर के 10वें महीने) की पहली तारीख मंगलवार को होगी। शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है।
उधर, मुस्लिम संगठन इमारत-ए-शरिया हिंद ने भी एलान किया है कि रविवार को देश के किसी हिस्से में मीठी ईद का चांद नज़र नहीं आया है, लिहाज़ा मंगलवार को दिल्ली व देश के अन्य हिस्सों में ईद का त्योहार मनाया जाएगा। मुसलमानों के लिए अभी इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना ‘रमज़ान’ चल रहा है जिसमें समुदाय के लोग रोज़ा (व्रत) रखते हैं। रमज़ान के महीने में रोज़ेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते- पीते हैं।
यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। बता दें कि इस्लामी कैलेंडर में महीना 29 या 30 दिन का होता है, जो चांद के हिसाब से तय होता है। मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों से गुजारिश की वे ईद की नमाज़ से पहले ‘फित्रा’ (दान) जरूर करें। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार 60 रुपये प्रत्येक व्यक्ति की दर से जबकि उच्च मध्यम वर्गीय परिवार 80 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से फित्रा दे।