हिंदू धर्म में वैजयंती माला बेहद ही पूजनीय है। इसके बारे में प्राचीन ग्रंथों में भी बखान किया गया है। माना जाता है कि यह माला धरा ने श्रीकृष्ण को भेंट स्वरुप दी थी। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण को यह माला अतिप्रिय है। इस पवित्र माला को वैजयंती के बीजों से तैयार किया जाता है। इसके साथ ही इसका पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन तन्त्र व अन्य सात्विक साधनों में प्रयोग होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इसे पवित्र माला को कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है। मगर जो लोग वैष्णव व लक्ष्मी भक्त होते हैं उनके यह माला बेहद ही शुभफलदाई मानी जाती है।
चलिए आज हम आपको इस माला को धारण करने की विधि व इसके फायदों के बारे में बताते हैं...
माला धारण करने की विधि
माला धारण करने के लिए शुक्ल पक्ष का प्रथम शुक्रवार शुभ माना जाता है। इसके लिए सुबह स्नान करके 'ऊं नमः भगवते वासुदेवाय' मन्त्र का108 बार यानी 1 माला जाप करें। फिर किसी मन्दिर में गरीबों, बेसहारा को मीठा भोजन खिलाएं। उसके बाद इस माला को धारण करें।
विवाह में आने वाली बाधाएं दूर करने के लिए
अगर किसी लड़के या लड़की की शादी में रुकावटें आ रही हो तो रोजाना वैजयंती माला से 'ऊं नमः भगवते वासुदेवाय' मन्त्र का 108 बार जाप करें। उसके बाद केले के वृक्ष की पूजा करें। इससे विवाह में आने वाली समस्याएं दूर होकर जल्दी ही घर में शादी की शहनाई बजेगी।
आकर्षण के लिए
भगवान श्रीकृष्ण हर किसी का मन मोह लेते हैं। इसलिए उन्हें मोहन भी कहा जाता है। ऐसे में वैजयंती माला को धारण करने से व्यक्ति का आकर्षण बढ़ जाता है। इससे शत्रु भी मित्र बनने लगते हैं। इससे कार्यों में सफलता मिलने के साथ समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। साथ ही मानसिक सुकून की प्राप्ति होती है।
आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिए
अक्सर परीक्षा के दिनों में बच्चे को डर लगता है। ऐसे में उन्हें वैजयंती माला पहनाएं। डर व संकट के समय गहरी सांस लें और छोड़ें। उसके बाद माला पर हाथ फेरे। इससे मन का डर दूर होकर आत्मविश्वास बढ़ेगा।
मानसिक शांति के लिए
जिन लोगों का मन अक्सर विचलित रहता हो। कार्यों में ध्यान न लगता हो। इन लोगों को मंगलवार के दिन वैजयंती माला धारण करनी चाहिए। इससे में मानसिक शांति मिलेगी और मन में सकारात्मक ख्याल आने लगेंगे।
नई स्फूर्ति व चेतना के लिए
वैजयंती माला को किसी शुभ मुहूर्त में श्रीकृष्ण जी का ध्यान करके पहन लें। मान्यता है कि इससे शरीर में नई स्फूर्ति व चेतना का संचार होता है। व्यक्ति में धैर्य व साहस आता है।
समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए
जो लोग हमेशा समस्याओं से परेशान रहते हैं वे इस माला से 2100 बार 'ऊं नमः भगवते वासुदेवाय' मन्त्र का जाप करें। फिर माला को गले में धारण करें। इससे आपकी समस्त समस्याएं दूर हो जाएगी।