समाज में अकसर टकली महिलाओं को खूबसूरत नहीं माना जाता है। उन्हें सम्मान देना तो दूर मजाक का पात्र बनाया जाता है। लेकिन इस चीज को बदल कर दिए पुणे की केतकी जानी ने। दो बच्चों की मां केतकी को एलोपेसिया नाम की बीमारी है, इसमें किसी भी इंसान के शरीर के सारे बाल झड़े जाते हैं और फिर वापस कभी नहीं उगते हैं।
बीमारी की पहचान
12 साल पहले केतकी को अपने सिर पर एक पैच नजर आया, जहां बाल नहीं थे। जब उन्होंने इसे डॉक्टर को दिखाया तो पता चला उन्हें एलोपेसिया नाम की बीमारी है, जिससे शरीर के साथ बाल झड़ जाते हैं और कभी वापस नहीं आते। इसके बाद केतकी टूटी से गईं। उन्हें जिंदगी में कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी और वो डिप्रेशन का शिकार हो गईं। दवाएं भी कोई काम की नहीं थी, लगभग 5 साल तक वो डिप्रेशन में रहीं।
केतकी ने की थी जिंदगी खत्म करने की कोशिश
केतकी लोगों के ताने और मजाक का पात्र बनकर थक चुकी थी। वो शादीशुदा थी पर पति भी साथ नहीं दे रहे थे। वो परेशान होकर फांसी लगाना चाहती थीं, लेकिन फिर उन्हें अपने बच्चों का ख्याल आया और उन्होंने खुद को किसी तरह संभाला। अब केतकी को इस बीमारी से लड़ते हुए 13 साल होने को आएं है। उन्होंने खुद को ऐसे ही स्वीकार कर लिया और सिर पर कई सारे टैटू भी बनाएं है।
फिर एक दिन एड देखकर मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड में फॉर्म भरा। इसमें उन्होंने हेयर वाले कॉलम में नो हेयर लिखा था। केतकी ने उस प्रतियोगिता में हिस्सा भी लिया और आगे जाकर वो Mrs. Universe में हिस्सा लेनेवाली विश्व की प्रथम प्रतियोगि बनी जो एलोपेसिया का शिकार थीं। वहीं अब वो अपनी जिंदगी को सामान्य महिलाओं की तरह ऑफिस और घर के कामों में बीत रही हैं।