देश 75वां गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है। आज के ही दिन साल 1950 में देश का संविधान लागू किया गया था। इस मौके पर हर भारतीय ध्वज तिरंगे को सलामी देता है। हमारे देश का प्रतीका तिरंगा झंडा हमारे लिए शान और सम्मान का प्रतीक है। ऐसे में गणतंत्र दिवस के मौके जानते हैं आइए जानते हैं तिरंगे से जुड़ी कुछ रोचक बातें...
भारतीय ध्वज से जुड़ी जरूरी बातें
- तिरंगे में तीन रंग होने के कारण इसे तिरंगा कहा जाता है। इसमें मौजूद हर रंग का महत्व है। केसरिया रंग शक्ति और आत्मविश्वास को दर्शाता है। सफेद रंग शांति का संदेश देता और हरा रंग संपन्नता और हरियाली का।
- झंडे के बीच में मौजूद अशोक चक्र ( धर्म चक्र) गतिशीलता को दर्शाता है। ये नीले रंग का होता है, जिससे यह आकाश और पानी का प्रतीक कहलाता है।
- झंडे में मौजूद ये चक्र राजा अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्तंभ पर बना हुआ है। इसका व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां हैं।
- तिरंगे की चौड़ाई और लंबाई का रेशियो 3:2 है। तीनों रंग एक ही नाप के होने चाहिए।
- पहला भारतीय झंडा 7 अगस्त 1906 तो कलकत्ता के पारसी बागान चौक पर फगराया गया था, जिसमें गुलाब के फूल बने थे और वंदे मातरम् लिखा था। ये झंडा लाल, पीले और हरे रंग का था।
- इस समय में हम जिस झंडे को फहरा रहे हैं, उसे भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज के प्रारुप 22 जुलाई 1947 को अपनाया था।
- हमारे तिरंगे को आंध्र प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकया ने 1921 में डिजाइन किया था।
- हमारे देश के संविधान में फ्लैग कोड ऑफ इंडिया नाम का एक कानून है, जिसका उल्लंघन करने वाले को सजा का प्रावधान है। आप झड़े को कमर से नीचे नहीं पहन सकते और वाहन पर तिरंगा नहीं फहरा सकते।