
नारी डेस्क: एक आदमी ने ChatGPT के चलते अपनी जान खतरे में डाल दी। वह तीन महीने तक सोडियम ब्रोमाइड का उपयोग कर रहा था, जिसे उसने ऑनलाइन से खरीदा था, और यह सलाह उसने एआई से ली थी। नतीजा यह हुआ कि उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा और उसकी जान जाते- जाते बची। इस घटना के बाद बाकी लोगों को इस तरह की बेफकूफी न करने की सलाह दी जा रही है।
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अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियंस जर्नल में प्रकाशित एक केस रिपोर्ट के अनुसार, एक शख्स ने चैट जीपीटी में पूछा कि वह खाने में नमक के बदले क्या खाना चाहिए, उसे जवाब मिला कि सोडियम ब्रोमाइड क्लोराइड का सुरक्षित विकल्प है। उस शख्स ने इसका पालन करते हुए सोडियम ब्रोमाइड का 3 महीने से सेवन किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रोमाइड कंपाउंड का पहले नींद की कमी और एंग्जाइटी की बीमारी में इस्तेमाल किया जाता था लेकिन इसके इतने साइड इफेक्ट्स होते थे कि आखिरकार इसका इस्तेमाल बंद कर दिया गया।
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आज ब्रोमाइड मुख्य रूप से पशु चिकित्सा की दवाओं और कुछ औद्योगिक उत्पादों में पाया जाता है.। इसलिए ब्रोमाइड के कारण टॉक्सिसिटी के मामले बेहद रेयर है। धीरे- धीरे उसकी सेहत बिगड़ने लगी। जब उसे पहली बार हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, तो उसने कोई दवाई या सप्लीमेंट लेने की बात नहीं बताई। बाद में उसने बताया कि वह खाने में नमक नहीं खा रहा था। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि वह ब्रोमिज्म से पीड़ित था, यानी उसके शरीर में ब्रोमाइड की मात्रा बहुत ज्यादा हो गई थी, जो जहर की तरह असर करती है। फिलहाल उसकी हालत ठीक है।