तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर के लिए किसी दवा जैसा ही माना जाता है। मुख्यतौर पर सर्दियों के दिनों में क्योंकि तांबे की तासीर गर्म होती है ऐसे में इसमें रखी चीजों का सेवन करने से गर्माहट के अलावा एनर्जी, हल्कापन और ताजगी महसूस होती है। इसके अलावा तांबे में रखा पानी पीने से इम्यूनिटी और पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। इसके अलावा यह पानी वेट लॉस, अर्थराइटिस के दर्द, कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी में भी बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो यह फायदे तभी मिलेंगे यदि आप तांबे का सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे।
सही तरीके से इस्तेमाल करें तांबे के बर्तन में रखा पानी
एक्सपर्ट्स के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर के लिए तभी फायदेमंग होगा यदि आपका उसका सेवन उचित तरीके से करते हैं। ऐसे में तांबे के बर्तन या फिर बोतल में पानी पीते समय इन 3 गलतियों से बचना चाहिए।
नींबू और शहद मिला पानी
यह बात सही है कि सुबह खाली पेट नींबू और शहद पानी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है परंतु यदि आप इसी पानी को तांबे के बर्तन में पीते हैं तो यह आपके लिए जहर साबित हो सकता है क्योंकि नींबू में पाए जाने वाला अम्ल कॉपर से मिलकर शरीर में एसिड बनाता है जिसके कारण पेट दर्द, गैस और उल्टी जैसी समस्याओं का खतरा रह सकता है।
सारा दिन तांबे की बोतल से पानी पीना
इसके अलावा यदि आप सारा दिन तांबे की बोतल या फिर इस बर्तन में रखा पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर में कॉपर की मात्रा जरुरत से ज्यादा हो सकती है। ऐसे में इसके कारण आपको गंभीर मतली, चक्कर आना, पेट दर्द के अलावा लिवर और किडनी फेल जैसी समस्याओं का खतरा रह सकता है।
रोज बर्तन को धोना
तांबे के बर्तन को रोज नहीं धोना चाहिए। रोज इसको धोने से इसमें मौजूद लाभकारी गुण कम होने लगते हैं। ऐसे में इसे रोजाना इस्तेमाल करने के बाद सिर्फ साफ पानी से धोएं। इसके अलावा महीने में एक बार नमक और नींबू का इस्तेमाल करके आप बर्तन को अच्छी तरह से साफ कर सकते हैं।