तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक पुरुष ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित पाया गया है और यह राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप से जुड़ा पहला तथा देश में पांचवां मामला है। उसमें बीमारी के मामूली लक्षण मिले, जिसके बाद उसे लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मरीज में दिखे मामूली लक्षण
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी तक कोविड-19 के 17 मरीजों और उनके संपर्क में आए छह लोगों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 12 में से एक नमूने में ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है। दिल्ली में मिला पहला मरीज भारतीय है और वह तंजानिया से आया है। उसके गले में सजून, बुखार और शरीर में दर्द जैसे संक्रमण के मामूली लक्षण है और उसे दो दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अगले साल आ सकती है तीसरी लहर
मरीज ने पिछले कुछ दिन में किन स्थानों की यात्रा की है, जिसके बादउसके संपर्क में आए लोगों से संबंधित जानकारी एकत्र की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी-फरवरी में आ सकती है। यदि हर कोई मास्क पहनता है, तो इसे रोका जा सकता है।
कर्नाटक में मिले दो मामले
इससे पहले, कर्नाटक में ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले पाए गए थे। राज्य में 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और बेंगलुरू का 46 वर्षीय एक चिकित्सक कोरोना वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित पाया गया था। इन दोनों लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। इसके बाद, शनिवार को गुजरात में 72 वर्षीय एक प्रवासी भारतीय और महाराष्ट्र का 33 वर्षीय एक व्यक्ति ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया था।
इन नियमों का करना होगा पालन
केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को 'जोखिम वाले देशों’ की सूची में शामिल किया गया है। नए नियमों के अनुसार, ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों के लिये आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के नमूने लिए जा सकते हैं।