कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए देशभर की 108 कंपनियां वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। इस रेस में भारत-ऑस्ट्रेलिया की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन सबसे आगे चल रही है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन ब्रिटेन में सफलता के बहुत करीब है। कंपनी सुरक्षा और इलाज के सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन तैयार कर रही है। वहीं, कंपनी ने दावा किया है कि 'कोविशील्ड' की तीन करोड़ खुराक तैयार कर ली गई है, जिसे जल्द ही मार्केट में लॉन्च किया जाएगा।
कोरोना वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक तैयार
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की CSL लिमिटेड कंपनी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की बनाई गई वैक्सीन का उत्पादन कर रही है। वैक्सीन का दायरा तीन करोड़ तक पहुंच गया है, जिसे जल्द ही मार्केट में उतारा जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हुंट का कहना है कि टीकाकरण के लिए यह वैक्सीन सबसे स्वस्छ और कारगार होगी। हम अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे।
आम लोगों को कब तक मिलेगी वैक्सीन
ग्रेग हुंट ने कहा कि हमने बहुत-सी खुराक तैयार कर ली है, जो मार्च महीने तक आम लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। वहीं, खबरों के मुताबिक, CSL को टीका पूरी तरह से संसाधित करने में करीब 50 दिन लग सकते हैं। हालांकि अभी तक इस वैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सीय प्रशासन की स्वीकृति नहीं मिली है। साल के अंत तक वैक्सीन का तीसरा ट्रायल सफल होने की उम्मीद लगाई जा रही है, जिसके बाद जल्द से जल्द टीकाकरण शुरू किया जाएगी।
बुजुर्गों पर असरदार 'कोविशील्ड' वैक्सीन
रिपोर्ट के अनुसार, एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई 'कोविशील्ड' वैक्सीन बुजुर्गों के शरीर में प्रोटेक्टिव एंटीबॉडीज और T-सेल्स का निर्माण करने में सफल रहा है। सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि 18 से 55 साल के उम्र वाले लोगों पर भी यह वैक्सीन काफी असरदार रही है। ये दवा 'मजबूत इम्युन रेस्पांस' तैयार करती है, जिससे शरीर को बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है। हालांकि अभी भारत में इस टीके का एडवांस ट्रायल चल रहा है। सीरम इंस्टिट्यूट ने एस्ट्राजेनेका से 'कोविशील्ड' की 100 करोड़ डोज का करार दिया है।
वैक्सीन बनने के बाद भी पूरा आबादी को 2024 तक मिलेगी खुराक
कंपनी का कहना है कि वैक्सीन बनने के बाद भी सभी आबादी को 2024 के अंत तक ही इसकी पूरी खुराक मिल पाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन के 2 शॉट देने पड़ेंगे। दुनिया की कुल आबादी लगभग 7.5 अरब है और पूरी दुनिया के लिए कम से कम 15 अरब वैक्सीन की जरूरत होगी। ऐसे में पूरी दुनिया के लिए वैक्सीन बनाने में 4-5 साल का समय लग सकता है।