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Himachal Pradesh

103वीं पुण्यतिथि पर शहीद क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा को दी गई श्रद्धांजलि

  • Edited By kirti,
  • Updated: 16 Nov, 2018 06:13 PM
103वीं पुण्यतिथि पर शहीद क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा को दी गई श्रद्धांजलि

ऊना:  शहीद भगत सिंह क्लब अंबोटा ने क्रांतिकारी शहीद करतार सिंह सराभा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। करतार सिंह सराभा का जन्म 24 मई 1896 में पंजाब में लुधियाना के सराभा गांव में एक जाट सिख परिवार में हुआ। वह भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करने के लिए अमेरिका में बनी गदर पार्टी के अध्यक्ष थे। भारत में एक बड़ी क्रान्ति की योजना के सिलसिले में उन्हें अंग्रेजी सरकार ने कई अन्य लोगों के साथ फांसी दे दी। अनेक क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा बने करतार सिंह को शहीद ए आजम भगत सिंह अपने गुरू की संज्ञा देते थे, करतार सिंह ने अपने मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में अपने अपराध को स्वीकार करते हुए ये शब्द कहे, “मैं भारत में क्रांति लाने का समर्थक हूँ और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अमेरिका से यहां आया हूं। यदि मुझे मृत्युदंड दिया जायेगा, तो मैं अपने आपको सौभाग्यशाली समझूंगा। क्योंकि पुनर्जन्म के सिद्धांत के अनुसार मेरा जन्म फिर से भारत में होगा और मैं मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए काम कर सकूंगा।”

16 नवम्बर, 1915 को करतार सिंह होठों पर मुस्कान लिए, आंखों में चमक के साथ अपना लिखा हुआ देशभक्ति का गीत गाते हुए फांसी के फंदे पर झूल गए। सब देश वासियों को उनकी कुर्बानी को हमेशा याद रखना चाहिए। श्रद्धांजलि के मौके पर क्लब प्रधान जगजीत सिंह, सदस्य मनु ठाकुर, रिषि, अशोक, राजेश बैद, मनीष ठाकुर, अजय, अमित सूद, पटेल सिंह, सर्वजीत, नरिंदर, पवन, रिंकू,जग्गू ब शमी उपस्थित रहे।

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