पंजाब केसरी(नानी मां के नुस्खे): बदलते मौसम में मच्छरों का कोहराम ज्यादा देखने को मिल रहा हैं। इन्हीं मच्छरों की वजह से ज्यादातर लोग बीमार रहते है। अगर घर की अच्छे से सफाई न हो या आस-पास पानी खड़ा रहे तो चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इसलिए बदलते मौसम में इन से बचना बहुत ही जरूरी है। आज हम आपको चिकनगुनिया और डेंगू के कुछ कारण, लक्षण और घरेलू इलाज के बारे में बताएंगे, जिनके इस्तेमाल से आप इन बीमारियों से बचे रह सकते है।
चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षण
- अचानक से बुखार आना
- जोड़ों में दर्द
- सिर दर्द
- सूखी उबकाई आना
- थकान महसूस होना
- त्वचा पर लाल रैशिज़
अगर यह सब लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। और अपनी ब्लड टेस्ट करवाएं।
बचने के घरेलू तरीके
1. तुलसी
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर तुलसी खांसी-जुकाम में राहत दिलाने के साथ-साथ डेंगू और चिकगुनिया से लडऩे में भी कारगर है। गर्म पानी के साथ तुलसी लें। इससे शरीर काइम्युनिटी लेवल बढ़ता है।
2. नारियल तेल
नारियल तेल में कुछ बूंदे नीम के तेल की मिला लें। फिर इसे अपने शरीर पर लगा लें। इससे मच्छर नही काटेंगे।
3. गिलोय
गिलोय को उबालकर उसके पानी से भाप लेने से इम्युनिटी लेवल बढ़ता है, जो रोगों से लडऩे में सहायक है। डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों को रोज इसके तने का रस काफी फायदा मिलता है।
4. पपीते की पत्ती
डेंगू और चिकुनगुनिया में शरीर के प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगते है। पपीते की पत्तियों का जूस दिन में 2 बार पीने से शरीर में रक्त के प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ने लगते है।
5. तुलसी और अजवायन
अजवायन, किशमिश, तुलसी और नीम की सूखी पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में उबाल लें। इस पेय को बिना छानें दिन में तीन बार पीएं। इससे काफी राहत मिलेगी।