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Space में 9 महीने तक क्या खाती थीं Sunita Williams? जानें स्पेस एस्ट्रोनॉट्स का खानपान

  • Edited By PRARTHNA SHARMA,
  • Updated: 20 Mar, 2025 01:43 PM
Space में 9 महीने तक क्या खाती थीं Sunita Williams? जानें स्पेस एस्ट्रोनॉट्स का खानपान

नारी डेस्क: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर लौट आए हैं। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले साल जून में सिर्फ आठ दिनों के मिशन के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे लेकिन विमान में खराबी आ गई और वे वहीं फंस गए। इसके बाद, इनकी धरती पर वापसी में नौ महीने से भी ज्यादा समय लग गया। इस दौरान ये दोनों अंतरिक्ष यात्री उस समय में क्या खा रहे थे, यह एक दिलचस्प सवाल बनता है।

आठ दिनों के मिशन से नौ महीने तक की यात्रा

सुनीता और बुच को शुरू में आठ दिन के लिए अंतरिक्ष भेजा गया था, लेकिन विमान में आई तकनीकी खराबी की वजह से उनका मिशन बढ़कर नौ महीने से ज्यादा समय तक खिंच गया। इस दौरान उन्हें क्या खाना मिला और कैसे उनका आहार सुनिश्चित हुआ, यह सवाल सभी के मन में था।

नासा के अंतरिक्ष यात्रियों का भोजन

न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पिज्जा, रोस्ट चिकन और झींगा कॉकटेल का सेवन किया। हालांकि, ताजे खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सीमित थी, इसलिए ये खाद्य पदार्थ केवल पौष्टिक आहार बनाए रखने के लिए ही खाए जाते थे।स्पेस में अंतरिक्ष यात्रियों को ताजे खाद्य पदार्थों की कमी होती है।

शुरुआत में ताजे फल, सब्जियां, रोस्ट चिकन और पिज्जा उपलब्ध थे, लेकिन ये तीन महीने में खत्म हो गए। इसके बाद, सुनीता और बुच को पाउडर दूध, डिहाइड्रेटेड कैसरोल (सूखा सूप) और फ्रीज-ड्राई सूप जैसे खाद्य पदार्थों से काम चलाना पड़ा। हालांकि, नासा के डॉक्टर इस बात की पूरी निगरानी रखते थे कि अंतरिक्ष यात्री को पर्याप्त कैलोरी मिलती रहे।

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नासा द्वारा पानी और भोजन की रीसाइक्लिंग

अंतरिक्ष स्टेशन पर पानी की रीसाइक्लिंग की व्यवस्था भी है। स्पेस स्टेशन का एडवांस्ड फिल्ट्रेशन सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि एक भी बूंद पानी बर्बाद न हो और उसे रीसाइकल कर लिया जाए। अंतरिक्ष यात्री अपने मूत्र और पसीने को भी रिसाइकल करके पानी के रूप में उपयोग करते हैं। यह तकनीकी उपाय उन्हें लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के दौरान बुनियादी संसाधनों की कमी से बचाता है।

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स्पेस स्टेशन में पर्याप्त भोजन उपलब्ध होता है

स्पेस में ताजे भोजन की कमी हो सकती है, लेकिन भोजन की कोई कमी नहीं है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हर दिन एक अंतरिक्ष यात्री के लिए करीब 3.8 पाउंड (लगभग 1.7 किलो) भोजन उपलब्ध रहता है। इसके अलावा, अप्रत्याशित मिशन विस्तार के लिए अतिरिक्त आपूर्ति भी उपलब्ध रहती है। नासा के पास स्पेस मिशन के लिए 530-गैलन पानी रीसाइक्लिंग टैंक और आपातकालीन खाद्य भंडार होते हैं, जिससे कोई भी संकट आने पर मदद मिलती है।

खाना चुंबकीय ट्रे पर तैयार किया जाता है

स्पेस में खाने के लिए विशेष प्रकार की व्यवस्था होती है। खाना चुंबकीय ट्रे पर धातु के बर्तनों के साथ तैयार किया जाता है, ताकि भोजन के टुकड़े हवा में तैर न जाएं। इससे खाने में आसानी होती है और गड़बड़ी से बचा जाता है।

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वैज्ञानिक प्रयोगों में व्यस्त रहे सुनीता और बुच

नासा के स्पेस ऑपरेशन मिशन डायरेक्टर के डिप्टी एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जोएल मोंटालबानो ने जानकारी दी कि सुनीता और बुच ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहते हुए 900 घंटे तक रिसर्च की और 150 वैज्ञानिक प्रयोग किए। इन प्रयोगों से नासा के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है, जो भविष्य के मिशनों में उपयोगी साबित हो सकती है।

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