कार्तिक का पावन महीना चल रहा है। कहा जाता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान श्रीहरि चार महीने की नींद से जागते हैं। ऐसे में वे अपने भक्तों की मनोकामनाओं पूरी करते हैं। साथ ही इस दिन बड़ी धूमधाम से तुलसी विवाह किया जाता है। इस साल तुलसी विवाह 26 नवंबर दिन वीरवार को मनाया जाएगा। ज्योतिष व वास्तुशास्त्र के अनुसार, इन शुभ दिन पर कुंवारे लोगों द्वारा कुछ उपाएं करने से उनकी शादी के संयोग खुलते हैं। तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में...
हल्दी से करें उपाय
पीले रंग के कपड़े में हल्दी की सात साबुत गांठ, केसर के कुछ धागे, थोड़ा-सा गुड़ व चने की दाल डालकर बांधें। फिर उसे भगवान विष्णु जी के मंदिर में जाकर उन्हें चढ़ाएं। इससे विवाह में आने वाली अड़चने दूर हो जाएगी।
चमेली के तेल का दीपक
इस शुभ दिन पर कुंवारी कन्याएं चमेली के तेल का दीपक तैयार कर तुलसी माता के पास जलाएं। इससे विवाह संयोग खुलने के साथ मनचाहा साथी मिलेगा।
राधा-कृष्णा की तस्वीर
जिन लड़कियों को मनचाहे साथी की तलाश है उन्हें तुलसी विवाह के दिन अपने कमरे में राधा-कृष्ण की प्यारी की तस्वीर लगानी चाहिए।
भगवान विष्णु का अभिषेक
इन शुभ दिन पर दक्षिणवर्ती शंख में गाय का दूध डालकर भगवान श्रीहरि का अभिषेक करें। इससे शादी में आने वाली बाधाएं दूर हो मनचाहा साथी मिलेगा। साथ ही वैवाहिक जीवन सुखमय बीतेगा।
सुखमय वैवाहिक जीवन
घर-परिवार में परेशानी होना आम बात है। मगर कई घरों में रोजाना पति-पत्नी या परिवार के सदस्यों में अनबन रहती है। ऐसे में ये लोग इस दिन गाय के शुद्ध घी या सरसों के तेल का दीपक तुलसी मां के पास जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। साथ ही परिवार में चल रहे लड़ाई-झगड़े दूर उनमें प्यार बढे़गा। ध्यान रखें दीया शाम के समय ही जलाएं।