
नारी डेस्क: इस साल सितंबर के पितृपक्ष के महीने में विशेष और शक्तिशाली संयोग बनने जा रहे हैं। वैदिक पंंचांग अनुसार पितृ पक्ष में इस साल सूर्य और चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहे हैं। हालांकि पूरी तरह से एक साथ न होते हुए भी, समयानुसार दोनों ग्रहण इसी माह लगेंगे जो अपने आप में एक बड़ी खगोलीय घटना है। आइए जानते हैं किस दिन लगने जा रहे हैं चंद्र और सूर्य ग्रहण।
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इस दिन लगेगा चंद्र ग्रहण
7 सितंबर को पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है और इस दिन साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस चंद्रग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 27 मिनट की होगी। इसका समय : रात में 8 बजकर 58 मिनट से मध्यरात्रि 1 बजकर 25 मिनट तक का होगा।आशंकि ग्रहण का समय रात में 9 बजकर 57 मिनट से 1 बजकर 27 मिनट तक (कुल अवधि 3 घंटे 30 मिनट तक) का होगा। भारत के अलावा यह चंद्रग्रहण यूरोप, संपूर्ण एशिया के देशों, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अफ्रीका, पश्चिमी उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों में यह दिखाई देगा।
इस दिन लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण
वहीं 21 सितंबर को पितृ पक्ष की समाप्ति पर साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण रात करीब 11 बजे शुरू होगा जो 22 सितंबर को सुबह 03 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा। इस तरह से इस ग्रहण की कुल अवधि करीब 4 घंटे 24 मिनट की रहेगी। यह ग्रहण न्यूजीलैंड और अंटार्कटिका महाद्वीप में दिखाई देगा। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में नहीं जा सकेगा।
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क्या आने वाला है कोई संकट
14 दिन में 2 ग्रहण होने से देश-दुनिया में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आ सकती है जैसे- आंधी, तुफान, अतिवृष्टि, बाढ़, भूकंप आदि। ज्योतिष का ज्ञान रखने वालों की मानें तो जब भी एक के बाद एक दो लगातार ग्रहण आते हैं तो यह किसी अनहोनी घटना का संकेत होते हैं। महाभारत के युद्ध में 13 दिन के अंतराल में लगातार दो ग्रहण हुए थे, जिसके चलते करोड़ों लोगों का अंत हो गया था।