कल यानि 30 अक्तूबर को कार्तिक मास की पूर्णिमा का दिन है। हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस रात को चांद देखना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि चांदी के बर्तन में तैयार खीर को रातभर चांद की रोशनी में रखना चाहिए। फिर अगली सुबह उसका सेवन करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इसकेेेेेे साथ ही इस पावन दिन पर देवी लक्ष्मी का जन्म दिन होता है। ऐसे में देवी मां अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए धरती पर आती है। ऐसे में आप देवी मां को उनकी मनपसंद चीजों का भोग लगाकर उनकी कृपा पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं देवी लक्ष्मी की प्रिय चीजों के बारे में...
मखाने
शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा कर मखाने का भोग लगाएं। मान्यता है कि इससे देवी लक्ष्मी की असीम कृपा मिलती है। ऐसे में कर्ज से मुक्ति मिलने के साथ आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
बताशे
धन की देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उन्हें बताशे का भोग लगाएं। फिर इस प्रसाद को सभी में बांट कर खुद भी खाएं। माना जाता है कि सच्चे मन से माता को भोग लगाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
खीर
चावल और मखानों से खीर तैयार कर देवी मां को भोग लगाएं। इसके साथ ही खीर को चांदी के बर्तन में डालकर शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में रखें। फिर अगले दिन इसका सेवन करें। इससे शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से लाभ मिलेगा।
मीठा पान
किसी भी पूजा-पाठ व त्योहार में भगवान को मीठा पान चढ़ाना शुभ माना जाता है। ऐसे में शरद पूर्णिमा को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें पान चढ़ाएं। इससे पैसों की किल्लत दूर हो आय के नए स्त्रोत बनते हैं।
दही
देवी मां को पवित्रता का प्रतीक सफेद रंग अति प्रिय है। ऐसे में उन्हें दही का भोग लगाकर प्रसाद स्वरूप बांटें। साथ ही बात का ध्यान रखें कि दही गाय के दूध से तैयार किया गया हो। इससे देवी लक्ष्मी की आपके घर-परिवार पर कृपा बनी रहेगी।