लगभग हर महिला अपने लुक्स को लेकर सजग रहती हैं। उम्र बढ़ने के साथ- साथ अपने चेहरे को लेकर उनकी चिंताएं भी बढ़ने लगती हैं। क्योंकि ढलती उम्र त्वचा में कई तरह के बदलाव लेकर आती हैं। स्किन को जवां दिखाने के लिए आजकल कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का सहारा लिया जा रहा है, जिसमें से एक है बोटॉक्स सर्जरी। यह त्वचा पर आने आने वाली झुर्रियों को छिपाने का काम करती हैं।
सर्जरी के बाद दिखने लगता है परिवर्तन
49 वर्षीय मेकअप-आर्टिस्ट मीता चतुर्वेदी ने भी इसी साल अपने बेटे की शादी में परफेक्ट दिखने के लिए बोटॉक्स सर्जरी का सहारा लिया था। वह चेहरे, माथे, आंखों के नीचे पड़ी गाढ़ी लकीरें, झुर्रियाें और अनचाहे धब्बों से छुअकारा पाना चाहती थी और उनकी कोशिश सफल रही। मीता चतुर्वेदी का कहना है कि सर्जरी के कुछ ही देर बाद उन्हे परिवर्तन दिखाई देने लगा था।
साइड इफेक्ट का नहीं होता खतरा
मेकअप-आर्टिस्ट का कहना है कि यदि बोटॉक्स चेहरे की मांसपेशियों को आराम करने में मदद करता है और यदि अच्छे डाॅक्टर से सर्जरी कराई जाए तो साइड इफेक्ट का भी कोई खतरा नहीं मंडराता। चतुर्वेदी कहती हैं- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में त्वचा विज्ञान की वरिष्ठ सलाहकार डॉ डीएम महाजन की मदद से वह चेहरे के साथ छेड़छाड़ करने की हिम्मत कर पाई।
क्या है बोटोक्स सर्जरी
बोटोक्स असल में एक प्रोटीन डेरिवेटिव होता है। जो स्किन के अंदर जाकर मसल्स को रिलैक्स करता है।' ये एजिंग इफेक्ट्स को धीरे-धीरे करके पूरी तरह गायब कर देता है। बोटोक्स को एक इंग्जेक्शन के जरिए आपकी स्किन में डाला जाता है। यह प्रक्रिया उतनी दर्दनाक नहीं होती है, जितनी की देखने या सुनने में लगती है। बोटोक्स सर्जरी का इस्तेमाल शरीर में झुर्रियों वाले स्थान पर किया जाता है,इसकी मदद से त्वचा सिकुड़ी सी नहीं लगती है और आप जवान नजर आती हैं।
सुरक्षित सर्जरी है बोटोक्स
जबकि बोटोक्स ट्रीटमेंट लेने के बाद ये महीन लाइन्स गायब हो जाती हैं और आपकी उम्र कम से कम 5 से 10 साल तक छोटी दिखने लगती है।बोटाॅक्स को मूल रूप से 1989 में ब्लेफेरोस्पाज्म और अन्य आंखों की मांसपेशियों संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए एफडीए द्वारा अप्रूव किया गया था। 2016 के एक क्लीनिकल स्टडी के अनुसार,माथे की झुर्रियों को कम करने के लिए बोटाॅक्स एक सरल, सुरक्षित और प्रभावी उपचार है।
सर्जरी के बाद हो सकते हैं कुछ बदलाव
कई बार यह ट्रीटमेंट लेने के बाद कुछ साइड-इफैक्ट्स भी दिखाई देते हैं। हालांकि यह कुछ समय बाद ठीक भी हो जाते हैं।
.अकड़न व सूजन
. नील के निशान
. मांसपेशियों में कमजोरी
. बुखार होना
. बहती नाक व गले में खराश
. सिरदर्द की शिकायत हो सकती है।
पहले जान लें ये बातें
ज्यादातर महिलाओं का मानना है कि बोटाक्स इंजेक्शन काफी पेनफुल होता है। जबकि बोटॉक्स इंजेक्शन का पेन किसी भी अन्य नॉर्मल इंजेक्शन की तरह ही होता है। यह इंजेक्शन की हल्की चुभन जैसा है इससे ज्यादा कुछ नहीं। एक अनुभवी पेशेवर द्वारा ठीक से किया गया एक बोटॉक्स ट्रीटमेंट, चेहरे को लिफ्ट देने के लिए स्किन को रिंकल्स फ्री, सॉफ्ट और यंग बनाता है। बोटॉक्स का एक सेशन 6,000 रुपये से लेकर 20,000 रुपये तक हो सकता है जो इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस हिस्से में किया गया है।