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खुद ही निकालने लगा था पथरी, 70% किडनी कर ली खराब, डॉक्टर बोले- समय पर इलाज न होता तो...

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 23 Sep, 2025 06:19 PM
खुद ही निकालने लगा था पथरी, 70% किडनी कर ली खराब, डॉक्टर बोले- समय पर इलाज न होता तो...

 नारी डेस्क: पथरी का दर्द बहुत तकलीफदेह होता है, इसलिए लोग अक्सर आसान और साइड इफेक्ट्स से बचने वाले इलाज की तलाश में रहते हैं। लेकिन होम्योपैथी दवा लेकर पथरी निकालने की कोशिश ने एक शख्स की किडनी को इतना नुकसान पहुंचाया कि उसका 70% हिस्सा खराब हो गया। डॉक्टर ने इस मामले को गंभीर बताया और चेतावनी दी कि अगर सही समय पर इलाज न किया जाता, तो परिणाम और भी भयावह हो सकते थे। इससे हमें ये सीख मिलती है कि स्वास्थ्य के मामले में जल्दबाजी और गलत इलाज कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

क्यों होती है किडनी स्टोन?

किडनी स्टोन यानी गुर्दे की पथरी मुख्य रूप से कैल्शियम ऑक्सालेट, यूरिक एसिड और खनिजों के असंतुलन से बनती है। जब शरीर में पर्याप्त पानी नहीं पहुंचता, तो मिनरल्स आपस में चिपककर कठोर पथरी का रूप ले लेते हैं। आमतौर पर 6 मिमी से छोटी पथरियां खुद ही बाहर निकल जाती हैं, लेकिन बड़ी पथरी जाम और संक्रमण का कारण बन सकती है।

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लखनऊ का मामला: मरीज की किडनी करनी पड़ी बाहर

ऐसा ही मामला हाल ही में लखनऊ में देखने को मिला। 57 वर्षीय मरीज को लगातार तेज पेट दर्द और पेशाब करने में परेशानी हो रही थी। जांच में सामने आया कि उसकी दाहिनी किडनी में चार बड़ी पथरियां थीं और किडनी का करीब 70% हिस्सा सड़ चुका था।

होम्योपैथी से बिगड़ी हालत

यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर ईश्वर राम दयाल के मुताबिक, मरीज को पहले सर्जरी की सलाह दी गई थी। लेकिन उसने डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज करके खुद से होम्योपैथी दवा लेना शुरू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि सही इलाज न मिलने के कारण उसकी किडनी में गंभीर संक्रमण फैल गया।

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500 ml पस निकला

हालत बिगड़ने पर 13 सितंबर को मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने मरीज की किडनी से लगभग 500 मिलीलीटर पस (मवाद) निकाला। डॉक्टरों के अनुसार, यह बिल्कुल सामान्य नहीं था और थोड़ी भी देरी होती तो उसकी दूसरी किडनी और लिवर भी प्रभावित हो सकते थे।

किडनी स्टोन को हल्के में न लें

विशेषज्ञों का कहना है कि किडनी स्टोन के साइज और लक्षण को कभी इग्नोर नहीं करना चाहिए। 6 मिमी से छोटी पथरी  90% मामलों में अपने आप निकल जाती है। 6 मिमी से बड़ी पथरी केवल 60% मामलों में निकल पाती है, बाकी को मेडिकल इंटरवेंशन की जरूरत पड़ती है। अगर स्टोन का साइज बड़ा है या इंफेक्शन का खतरा है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

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लोग क्यों करते हैं घरेलू इलाज?

अधिकतर लोग पथरी को लेकर घरेलू उपाय, हर्बल या होम्योपैथी दवाओं का सहारा लेने लगते हैं। हालांकि यह उपाय छोटे स्टोन पर असर कर सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में खुद से इलाज खतरनाक साबित हो सकता है। डॉक्टर की निगरानी के बिना दवा या थेरेपी लेना कई बार स्थिति को और बिगाड़ देता है। याद रखिए पथरी को लेकर लापरवाही खतरनाक हो सकती है। घरेलू उपाय या अल्टरनेटिव मेडिसिन तभी अपनाएं जब डॉक्टर इसकी अनुमति दें। वरना सही समय पर इलाज न मिलने से किडनी को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है।  

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