गणपति देव का जन्मोत्सव यानि गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पावन त्योहार पूरे 10 दिन चलता है। बहुत से लोग गणेश जी मूर्ति अपने घर पर स्थापित कर पूरे 10 दिन बड़ी आस्था के साथ बप्पा की पूजा व अर्चना करते हैं। फिर 11 वें दिन उनकी मूर्ति को नदी में बहा या विसर्जित कर देते हैं। मगर गणेश जी की वे सब मूर्तियां पीओपी की बनी होती है। ऐसे में इन्हें पानी में बहाने से ये जल्दी पानी में नहीं घुलती है। इसके कारण वातावरण दूषित होने लगता है। ऐसे में अगर आप भी अपने घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना करना चाहते हैं तो आप इको- फ्रेंडली गणेश जी की मूर्ति को अपने घर पर स्थापित कर सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी ही इको- फ्रेंडली गणेश जी मूर्तियों के बारे में बताते हैं...
चॉकलेट के गणपति
आप अपने घर पर चॉकलेट से गणेश जी की मूर्ति बना कर उसकी स्थापना कर सकते हैं। इसतरह आप उनकी पूजा करने के बाद अंतिम दिन में उन्हें नदी में विसर्जित करने की जगह दूध में डालकर शेक तैयार कर उसे सभी को प्रसादस्वरू बांट सकते हैं।
मिट्टी के गणपति
आप पीओपी की जगह मिट्टी से भी गणेश जी की प्रतिा बना सकते हैं। ऐसे में इनकी पूजा करने के बाद अंतिम दिन में इन्हें खाली गमले में डालें ऊपर पानी से छिड़काव करें। इसतरह आप अपने वातावण को बचाने के साथ एक नया पौधा उगा सकते हैं।
बीज के गणपति
आप चाहे तो मिट्टी में बीज डालकर उसे अपने मनपसंद रंग से रंग कर गणपति बप्पा की मूर्ति तैयार कर सकते हैं। इससे आप गणेश चतुर्थी के अंतिम दिन में इसे एक खाली गमले में डालकर एक नया पौधा उगा सकते है।
सब्जियों के गणपति
आप अलग-अलग सब्जियों को लेकर उनसे गणपति जी की मूर्ति तैयार कर सकते है।
सुपारी के गणपति
आप खाने वाली सुपारी से भी गणेश जी की मूर्ति तैयार कर सकते हैं।
पत्तों के गणपति
आप अपने घर पर पान के पत्तों को लेकर उससे गणपति देव की प्रतिमा तैयार कर सकते हैं। ऐसे में आप अपनी पूजा भी अच्छे से कर पाएंगे साथ ही वातावरण को कोई नुकसान भी नहीं होगा।
गोबर से बनाएं गणपति
मिट्टी और गोबर को मिलाकर भी गणेश जी की मूर्ति बना उसे अलग-अलग रंगों से पेंट कर सकते हैं।
चावल के गणपति
इसे बनाने के लिए पहले मार्कर की मदद से गणपति जी की तस्वीर बनाएं। उसके बाद उसमें चावलों को भर दें।
ड्राई फ्रूट्स के गणपति
आप सूखे मेवों पर पानी या शहद लगा कर ड्राई फ्रूट्स से गणपति जी की प्रतिमा तैयार कर सकते हैं। पूजा के बाद आप इसे सब के साथ प्रसाद के तौर पर खा सकते हैं। इससे आपकी गणपति जी के प्रति आस्था भी बनी रहेगी। साथ ही वातावरण को भी किसी तरह का को नुकसान नही होगा।
फलों के गणपति
अलग- अलग फलों को काट कर शेप देते हुए गणेश जी की मूर्ति बन सकती है।
केले वाले गणपति
आप इस बार घर पर कच्चे केले से भी गणपति जी की मूर्ति बना कर स्थापित कर सकते हैं।