पीरियड्स में महिलाओं को पेट में ऐंठन, पेल्विक एरिया में दर्द होना आम है लेकिन कई बार बिना मेंस्ट्रुअल साइकिल के ही महिलाओं को ये दर्द उठ जाता है। ज्यादा महिलाएं इसे मामूली समझ इग्नोर कर देती हैं, जो सही नहीं है। बिना पीरियड्स क्रैम्प्स वैजाइना, यूट्रस, पेट या पेल्विक एरिया में दर्द होना किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। आइए आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों होता है...
वैजाइना और यूट्रस में इंफेक्शन
बिना पीरियड्स क्रैम्प्स यानिए ऐंठन होना वैजाइना और यूट्रस में इंफेक्शन में इंफैक्शन का संकेत भी हो सकता है। इसके कारण पेल्विक या पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द होता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
कहीं गर्भाश्य से जुड़ी समस्या तो नहीं...
गर्भाश्य से जुड़े विकार के कारण ऊतकों और कोशिकाओं में दिक्कत पैदा करती है। इसके कारण एंडोमेट्रियोसिस निचले पेट, पेल्विक और पीठ के निचले हिस्से में ऐंठन हो सकती है। ये दर्द पीरियड्स की तरह होता है, जिसका सही समय पर इलाज ना करने पर आगे चलकर दिक्कत खड़ी हो सकती है।
ओवेरिज में इंफेक्शन
ओवेरिज में इंफेक्शन, सिस्ट या किसी विकार के चलते भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर ऐंठन के साथ बुखार, मतली और उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, नहीं तो इससे इन्फर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।
ईटिंग डिसॉर्डर
डाइटिंग के चक्कर में अक्सर लड़कियां ईटिंग डिसॉर्डर के घेरे में आ जाती हैं। ईटिंग डिसॉर्डर जैसे एनोरेक्सिया और बुलिमिया बार-बार खाना या बिल्कुल ना खाना और वजन बढ़ने व घटना से जुड़ा हुआ है। इसके कारण भी महिलाएं ऐंठन और अनियमित पीरियड्स की दिक्कत झेल सकती हैं।
अल्सरेटिव कोलाइटिस या आईबीडी
क्रोहन और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे इंफ्लेमेटरी रोग (आईबीडी) भी इस परेशानि के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। ये पेट व पाचन तंत्र से जुड़े विकार हैं, जिसके कारण सूजन, लालिमा, जलन और दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसके कारण ज्यादातर पेट, मुंह, छोटी व बड़ी आंतें और वैजाइना प्रभावित होती है।
अगर आपको भी बिना पीरियड्स क्रैम्प महसूस हो तो बिना देरी गाइनकॉलजिस्ट से बात करें।