भारत में कोरोना के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कुछ विशेषज्ञों का अंदाजा है कि गर्मी में यह वायरस कम हो सकता है लेकिन यह पूरी तरह से रुकेगा नहीं। वहीं हाल ही में कोरोना वायरस को लेकर हुई एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्मी आने पर भी कोरोना नहीं मरेगा।
गर्मी बढ़ने से नहीं मरेगा कोरोना
जी हां, फ्रांस में वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा किए गए शोध के मुताबिक, यह वायरस हाई टेंपरेचर में भी लंबे समय तक सक्रिय रह सकता है। इस टेस्ट में कोरोना वायरस को 60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर टेस्ट किया है, जिसमें सामने आया है कि वायरस इस तापमान पर भी जिंदा रह सकता है। वायरस की कुछ किस्म इस टेम्प्रेचर पर भी संक्रमण फैलाने में सक्षम होती हैं।
अगर आप सोच रहे हैं कि गर्मी होने की वजह से कोरोना का असर कम होगा तो थोड़ा संभल जाए। भारत के गिने-चुने हिस्सों में ही पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच पाता है।
बंदरों पर किया गया शोध
वैज्ञानिकों की टीम ने अफ्रीका में पाए जाने वाले बंदरों की किडनी सेल्स को संक्रमित किया। इसके बाद वायरस को दो अलग-अलग ट्यूब में भरा गया जो 2 बिल्कुल अलग तरह के माहौल (गंदा और साफ) में पनप रहा था।
गंदगी में अधिक पनपता है वायरस
टेस्ट के बाद सामने आया कि साफ-सुथरे वातावरण से लिया गया कोरोना वायरस हाई टेंपरेचर में निष्क्रिय था जबकि गंदगीभरे माहौल में पनपा वायरस इंफैक्शन फैलाने के लिए सक्रिय था। वैज्ञानिकों ने बताया कि हाई टेंपरेचर के बाद वायरस थोड़ा कमजोर पड़ गया लेकिन फिर वो इंफैक्शन फैलाने में सक्रिय था।
क्या करें...
. सरकार द्वारा दिए जा रहे दिशा-निर्देश का पालन करें।
. सेल्फ आइसोलेश के साथ सोशल डिस्टेंस भी बनाकर रखें।
. घर से बाहर ना निकलें, परिवार के साथ होम क्वारंटाइन करें।
. हाथों को बार-बार धोएं और सैनेटाइजर का यूज भी करते रहें।
. बेवजह भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
. इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए हैल्दी डाइट लें और गर्म पानी पीते रहें।
. ट्रैवल-कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के साथ अब वायरस का लोकल ट्रांसमिशन भी शुरू हो गया है। इसका नियंत्रण बेहद जरूरी है, वर्ना कम्युनिटी लेवल पर फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।