हिंदू धर्म में व्रत व त्योहारों का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत आता है। मगर दिन के मुताबिक इसका नाम बदल जाता है। ऐसे में ही माघ मास की कृष्ण पक्ष को यानी 9 फरवरी को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस बार यह उपवास मंगलवार के दिन आने पर इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जा सकता है। इस शुभ दिन पर देवों के देव महादेव व माता पार्वती की विशेष रूप से पूजा होती है। माना जाता है कि इस भगवान शिव की कृपा होने से कर्ज की परेशानी दूर होकर जीवन में खुशहाली आती है।
प्रदोष व्रत पूजा विधि-
. सुबह ब्रह्म मूहूर्त में उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनकर व्रत का संकल्प करें।
. पूरा दिन भगवान का स्मरण करते हुए निराहार या फलाहारी व्रत रखें।
. इस व्रत की पूजा प्रदोष काल अर्थात शाम के समय होती है।
. इसलिए सूर्य अस्त होने के करीब 1 घंटा पहले पूजा शुरू करें।
. इसके लिए घर के ईशान कोण को साफ करके गंगाजल से छिड़काव करें।
. चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर चारों और कलावा या मौली बांधें।
. उसके ऊपर भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें।
. भगवान के चरणों पर गंगाजल डालकर उन्हें फूलों की माला चढ़ाएं।
. फिर चंदन का तिलक लगाकर धतूरा, भांग, बेलपत्र व मौसमी फल अर्पित करें।
. दीपक, धूप, अगरबत्ती जलाकर शिव मंत्रों का जाप करें। साथ ही शिव पुराण तथा शिव चालीसा का पाठ करना शुभ होगा।
. अंत में शिव जी की आरती करके उन्हें भोग लगाएं।
व्रत का महत्व
- माना जाता है कि इस व्रत को सच्चे मन से करने से कर्ज की परेशानी दूर होती है। सेहत सही रहने के साथ जीवन की परेशानियों से राहत मिलती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने से सुख-समृद्धि व शांति का वास होता है।
इन उपायों से भी मिलेगा कर्ज से छुटकारा
- इस दिन कर्ज से छुटकारा पाने के लिए मंगलदेव के 21 या 108 नामों का जाप करें।
- इस बार यह व्रत मंगलवार यानी हनुमान जी के दिन आ रहा है। ऐसे में इस शुभ दिन पर हनुमान मंदिर या उनकी प्रतिमा के आगे बैठ कर हनुमान चालीसा पढ़े। फिर उन्हें बूंदी के लड्डू चढ़ाकर प्रसादस्वरूप बांटें। इससे कर्ज की परेशानी दूर होकर आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
- भौम प्रदोष की रात्रि को देसी घी में नौ बातियां डालकर हनुमान जी के आगे दीपक जलाएं। मान्यता है कि इससे कर्ज से जल्द ही छुटकारा मिलता है।