19 APRFRIDAY2024 2:45:29 PM
Nari

दाने-दाने के लिए मोहताज है देश की ये खिलाड़ी, पेट पालने के लिए मनरेगा में कर रही दिहाड़ी

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 12 Jul, 2020 07:26 PM
दाने-दाने के लिए मोहताज है देश की ये खिलाड़ी, पेट पालने के लिए मनरेगा में कर रही दिहाड़ी

देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी आज अपना पेट पालने के लिए दाने-दाने से मोहताज हुए पड़े हैं। इसी की एक उदाहरण है रोहतक जिले के इंदरगढ़ गांव की रहने वाली राष्ट्रीय वुशु खिलाड़ी शिक्षा जो कि इन दिनों इतने बुरे हालातों से गुजर रही हैं कि अपना पेट पालने के लिए उसे मजदूरी का सहारा लेना पड़ रहा है। शिक्षा की मनरेगा में कोई कॉपी नहीं बनी है इसी वजह से वो माता पिता की सहायता करती हैं और 2 वक्त की रोटी के लिए मजदूरी करती हैं। 

PunjabKesari

जीत चुकी हैं इतने मेडल

देश की झोली में 9 बार नेशनल, 24 बार स्टेट लेवल पर गोल्ड और सिल्वर और ब्रांज मेडल जीतने वाली शिक्षा आज खुद बहुत मुश्किलों से अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है। खबरों की मानें तो उसे पिछले 3 साल से खेल विभाग की तरफ से यही इंतजार है कि उसे कैश प्राइज मिलेगा लेकिन समय बीतता जा रहा है और उसे कोई पैसा नहीं मिल रहा है। 

डाइट मनी का नहीं हो पा रहा इंतजाम 

शिक्षा के अनुसार उनके घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं है और वो अपनी डाइट मनी के लिए अपने माता पिता के साथ 6 बजे ही काम पर लग जाती हैं ताकि उन्हें दो वक्त की रोटी नसीब हो सके। अगर शिक्षा को मनरेगा में काम नहीं मिलता है तो वो खेत में मजदूरी करने लग जाती है। 

सरकार से की नौकरी की मांग

आर्थिक हालात ठीक न होने के कारण शिक्षा ने सरकार से यही मांग की हैं कि उन्हें नौकरी दी जाए या फिर उन्हें कैश प्राइज मिलना चाहिए जिससे वो अपने घर का गुजारा कर सकें। 

PunjabKesari

मजदूरी कर बेटी को खेलने भेजा

वहीं शिक्षा की मां के अनुसार उन्होंने अपनी बेटी को खेलने भेजने के लिए कड़ी मेहनत की और मजदूरी कर उसे खेलने भेजा लेकिन सरकार ने न ही कोई पुरस्कार दिया और न ही कोई नौकरी।

Related News