देसी घी पोषक तत्वों में एंटी-ऑक्सीडेट्स गुणों से भरपूर होता है। इससे तैयार खाना स्वादिष्ट होने के साथ सेहतमंद होता है। इसके सेवन से कई पाचन दुरुस्त रहता है। वहीं कई बीमारियों से बचाव रहता है। इसके अलावा इस्तेमाल स्किन व बालों को हैल्दी बनाने के लिए भी किया जाता है। मगर इसका पूरा फायदा तभी मिल सकता है। जब यह एकदम प्योर यानी शुद्ध हो। वहीं जैसे की सभी जानते हैं कि आजकल हर चीज में मिलावट होने लगी है। ऐसे में मिलावटी घी खाने से सेहत संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में घी असली है या नकली पहचानने के कुछ टिप्स बताते हैं...
पानी से करें असली व नकली की पहचान
आप असली व नकली घी की पहचान पानी से भी कर सकते हैं। इसके लिए 1 गिलास पानी में 1 चम्मच घी मिलाएं। अगर घी असली होगा तो वह पानी के ऊपर तैरने लगेगा। वहीं पानी में नीचे बैठा घी नकली होगा।
उबालकर देखने से बनेगी बात
आप घी को उबाल कर भी इसकी शुद्धता का पता लगा सकती है। इसके लिए घी के 3-4 चम्मच पैन में डालकर उबालें। बाद में घी को इसी बर्तन में करीब 24 घंटों तक रहने दें। तय समय के बाद भी अगर घी दानेदार और महका मिले तो घी असली है। इसके विपरित घी नकली माना जाएगा।
नमक भी आएगा काम
असली या नकली घी की पहचान नमक के जरिए बड़ी आसानी से कर सकती है। इसके लिए एक बाउल में 1/2 चम्मच नमक, 2 चम्मच घी और चुटकीभर हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाकर मिश्रण को 20 मिनट तक अलग रख दें। तय समय के बाद घी का रंग चैक करें। अगर घी का रंग बरकरार है यानी उसने रंग नहीं छोड़ा तो समझ जाएं कि आपका घी एकदम शुद्ध है। वहीं अगर पर घी का रंग बदलकर लाल या अन्य किसी रंग का हो जाए तो समझ जाएं कि यह नकली है।