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23 साल की लड़की को मैनीक्योर कराना पड़ा महंगा! नाखून से ये खतरनाक वायरस चला गया अंदर

  • Edited By PRARTHNA SHARMA,
  • Updated: 30 Jul, 2025 03:23 PM
23 साल की लड़की को मैनीक्योर कराना पड़ा महंगा! नाखून से ये खतरनाक वायरस चला गया अंदर

नारी डेस्क: पोर्टलैंड की 23 साल की लड़की के साथ एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक सामान्य ब्यूटी ट्रीटमेंट, यानी ऐक्रेलिक नेल मैनीक्योर, उसके लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 जून 2023 को वह पोर्टलैंड के एक नेल सैलून में ऐक्रेलिक नेल लगवाने गई थी। लेकिन कुछ ही घंटों में उसकी दाहिनी हाथ की तर्जनी (इंडेक्स फिंगर) में सूजन और जलन होने लगी। कुछ दिन बाद उसकी उंगली पर दर्दनाक फफोले (छाले) बन गए। उसे डॉक्टर के पास जाना पड़ा। डॉक्टरों ने उसकी उंगली से सैंपल लेकर जांच की। टेस्ट में पता चला कि उसे हर्पीज वायरस (Herpes Virus) से संक्रमण हुआ है।

हर्पेटिक व्हाइटलो क्या है?

यह संक्रमण “हर्पेटिक व्हाइटलो” कहलाता है। यह HSV (Herpes Simplex Virus) के कारण होता है।
HSV दो तरह के होते हैं
HSV-1: जो आमतौर पर मुंह के आसपास के छाले पैदा करता है।
HSV-2: जो मुख्य रूप से जननांगों में संक्रमण फैलाता है।
इस मामले में यह साफ नहीं हो पाया कि लड़की को HSV-1 हुआ या HSV-2।

यह वायरस कैसे फैलता है?

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से साफ न किए गए या इस्तेमाल किए गए नेल टूल्स से, दूषित मेडिकल या ब्यूटी उपकरणों के कारण, अगर सैलून में इस्तेमाल किए गए उपकरण ठीक से सैनिटाइज न किए जाएं तो ये खतरनाक वायरस आसानी से शरीर में पहुंच सकते हैं।

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संक्रमण के लक्षण क्या हैं?

उंगली में झुनझुनी और तेज दर्द
नाखून के पास सूजन और लाल रंग
फफोले या छाले बनना
बुखार आना और लिम्फ नोड्स में सूजन
संक्रमित जगह पर जलन और कोमलता महसूस होना
यह संक्रमण आमतौर पर एक ही उंगली तक सीमित रहता है, लेकिन गंभीर मामलों में दूसरी उंगलियों तक भी फैल सकता है।

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इस संक्रमण का इलाज क्या है?

इस वायरस का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है। डॉक्टर एंटीवायरल दवाएं देते हैं, जो संक्रमण को ठीक करने में मदद करती हैं। संक्रमण आमतौर पर खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है, लेकिन दवाओं से रिकवरी जल्दी होती है। छालों को छूने या फोड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण और फैल सकता है।

नेल सैलून में सावधानी कैसे बरतें?

हमेशा ऐसे सैलून में जाएं जो साफ-सुथरे और प्रोफेशनल हों। सुनिश्चित करें कि आपके टूल्स को आपके सामने ही सैनिटाइज किया जाए। यदि संभव हो तो अपने खुद के पर्सनल टूल्स इस्तेमाल करें। यदि हाथ या उंगलियों पर कोई कट या घाव हो, तो सैलून जाना टालें।

अगर आप नेल सैलून जाते हैं तो इन बातों का खास ध्यान रखें ताकि आप इस तरह के खतरनाक संक्रमण से बच सकें।

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