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विक्टोरिया मैमोरियल से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक यादें (PICS)

  • Updated: 14 Sep, 2016 11:49 AM
विक्टोरिया मैमोरियल से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक यादें (PICS)

ब्रिटिश शाही जीवन के झरोखे की याद दिलाती कोलकाता  स्थित विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial) एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटक स्थल है। यह इमारत  यहां आने वाले पर्यटकों को अपने साथ इतिहास की दुनिया में ले जाता है। मुगल और ब्रिटिश वास्तुकला के मिश्रण से बनी संगमरमर की यह स्मारक कारीगरी का बेहतरीन नमूना है। विक्टोरिया मेमोरियल के भीतर एक संग्रहालय बना हुआ है जिसे देखकर महारानी विक्टोरिया के शाही जीवन को अच्छे से समझा जा सकता है। यहां महारानी विक्टोरिया का प्यानो, स्टडी-डेस्क, शाही डाइनिंग टेबल और उनसे जुड़ी लगभग 3000 से भी अधिक वस्तुएं दर्शनीय हैं। 64 एकड़ भूमि पर बने इस मेमोरियल में संजोए गए कई दुर्लभ और नायाब पेंटिग्स, रानी विक्टोरिया की तस्वीरें, 1870 से पहले की दुर्लभ वस्तुएं, शाही तलवार, पांडुलिपियां, पुराने टिकट आदि वस्तुएं पर्यटकों के मन में अपनी एक अलग छाप छोड़ जाते हैं। 

आइए जानते हैं विक्टोरिया मैमोरियल के कुछ रोचक तथ्य:-  

विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण रानी विक्टोरिया के 25 साल का शासन काल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में किया गया था। वर्ष 1906 और 1921 के बीच बनी इस स्मारक की स्थापना का श्रेय ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड कर्ज़न को जाता है। किंग जॉर्ज पंचम ने 4 जनवरी 1906 को इस बेमिशाल इमारत की आधारशिला रखी तथा 1921 में इसे औपचारिक रूप से जनता के लिए खोल दिया गया। रानी विक्टोरिया के शासन की इस निशानी को 'राज का ताज' कहा जाता है। 

मैमोरियल सर्दियों के मौसम में सुबह 10 बजे से शाम के 4 बजे तक और गर्मियों में 5 बजे तक खुला रहता है सोमवार के दिन विक्टोरिया मेमोरियल बंद रहता है। इसके साथ ही गणतंत्र दिवस, होली, स्वतंत्रता दिवस, ईद, गांधी जयंती आदि सरकारी छुट्टियों के मौके पर बंद रहता है। भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों के प्रवेश शुल्क अलग- अलग है।

1901 में महारानी विक्‍टोरिया की मृत्‍यु पर तत्कालीन भारतीय वायसराय लॉर्ड कर्जन ने महारानी की याद में 'विक्‍टोरिया मेमोरियल' बनाने का सुझाव दिया। इस मेमोरियल के निर्माण में करीब एक करोड़ पांच लाख रुपए लगे थे। यह राशि भारतीय जनता ने स्वयं अपनी इच्छा से दान की।
 
 

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