प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैगजीन ने अपनी 30 अंडर 30 एशिया सूची का 9वां संस्करण गुरवार को जारी किया और इसमें 300 लोगों में 86 भारतीयों ने जगह बनाई है। इस सूची में कला, मनोरंजन, खेल, वित्त और बिजनेस सहित 10 श्रेणियों में एशिया के युवा बिजनेस, नेताओं और मनोरंजन आदि जगत के लोग शामिल हैं। इनमें आईआईटी कानपुर से एक तिकड़ी भी है जिसने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। जी हां, ये हैं Merlin के सह-संस्थापक प्रत्यूष राय, सिद्धार्थ सक्सेना और सिरसेंदु सरकार ने कंज्यूमर टेक्नोलॉजी
की 2024 की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। आइए आपको बताते हैं इनके बारे में विस्तार से...
प्रत्यूष राय: मर्लिन के सह-संस्थापक और सीईओ
प्रत्यूष राय मर्लिन के सह-संस्थापक और सीईओ हैं। उन्होंने अहमदाबाद के सेंट कबीर स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की और शैक्षणिक सत्र 2012-13 के दौरान हेड बॉय के रूप में कार्य किया। उन्होंने कक्षा 10 में परफेक्ट 10 सीजीपीए हासिल की। उन्होंने द न्यू ट्यूलिप इंटरनेशनल स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी रखी और कक्षा 12 से प्रभावशाली 94.2 % अंक के साथ स्नातक किया।इसके बाद, उन्होंने सफलतापूर्वक आईआईटी जेईई पास की और 2015 में आईआईटी कानपुर में प्रवेश प्राप्त किया। उनके पास सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री है।राय ने 2017 में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) और 2018 में मुंबई में एक्सिस बैंक में इंटर्नशिप की। साल 2019 से 2021 तक बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) के साथ एसोसिएट के रूप में भी काम किया।
सिद्धार्थ सक्सेना: मर्लिन के सह-संस्थापक
मर्लिन के सह-संस्थापकों सिद्धार्थ सक्सेना आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र हैं। उनके पास कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री है। 2017 में, सक्सेना ने एनवेस्टनेट कंपनी में एक research and development intern के रूप में काम किया। इसके बाद साल 2018 में फिनलैंड के आल्टो विश्वविद्यालय में एक शोधकर्ता के रूप में भी काम किया। मर्लिन के सह-संस्थापक बनने से पहले साल 2019 में मॉन्ट्रियल, कनाडा में जुमियो कॉर्पोरेशन में मशीन लर्निंग इंजीनियर के रूप में भी काम कर चुके हैं।
सिरसेंदु सरकार: मर्लिन के सह-संस्थापक
सिरसेंदु सरकार ने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से पूरी की। वो पढ़ने में हमेशा से अच्छे थे। 12 वीं क्लास में में 89.4 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके बाद साल 2019 में, उन्होंने आईआईटी जेईई पास किया और आईआईटी कानपुर में सीट हासिल की। उनके पास Materials Scienceऔर इंजीनियरिंग में डिग्री है। 2017 में, उन्होंने गुरुग्राम के एपलॉप मोबाइल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में इंटर्नशिप की और 2018 में दिल्ली में ज्ञानधन में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर के रूप में इंटर्नशिप की। इसके बाद, उन्होंने मर्लिन के सह-संस्थापक होने से पहले बेंगलुरु में क्वांटिफी में बिजनेस एनालिस्ट के रूप में 1 साल से ज्यादा समय तक काम किया।
क्या है मर्लिन
मर्लिन एक चैटजीपीटी क्रोम एक्सटेंशन टूल है जिसे 2002 में स्थापित किया गया था। ये कंज्यूमर को ईमेल लिखने या वेबसाइटों को summarize करने जैसे कार्यों के लिए इंटरनेट पर सामग्री बनाने और उपभोग करने में मदद करने के लिए एआई टूल का इस्तेमाल करता है। कंपनी के मोबाइल एप्लिकेशन के एक लाख से ज्यादा डाउनलोड हैं। इस स्टार्टअप पर बेटर कैपिटल जैसी बड़ी कंपनी ने भी निवेश किया है।