नारी डेस्क: मकर संक्रांति के दिन उमंग, उत्साह और मस्ती का प्रतीक पतंग उड़ाने की परंपरा लंबे समय से चलती आ रही है। आधुनिक जीवन की भाग-दौड़ में भले ही लोगों में पतंगबाजी का शौक कम हो गया है लेकिन मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की परंपरा आज भी बरकारार है। बॉलीवुड भी इस पर्व का जश्न मनाने में कहां पीछे रहने वाला था। बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार और परेश रावल ने इस खास मौके पर पतंग उड़ाई।
मंगलवार को, अक्षय कुमार ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्हें पतंग उड़ाते हुए देखा जा सकता है, जबकि परेश रावल मांझा पकड़े हुए हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, "अपने प्यारे दोस्त @pareshrawalofficial के साथ #BhoothBangla के सेट पर मकर संक्रांति की जीवंत भावना का जश्न मना रहा हूं। हंसी, अच्छी वाइब्स और पतंगों की तरह ऊंची उड़ान भरने के लिए यहां हूं! और एक खुशहाल पोंगल, उत्तरायण और बिहू के लिए मेरी शुभकामनाएं भेज रहा हूं"।
मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने का वर्णन रामचरित मानस के बालकांड में मिलता है। तुलसीदास ने इसका वर्णन करते हुए लिखा है कि ‘राम इन दिन चंग उड़ाई, इंद्रलोक में पहुंची जाई।' मान्यता है कि मकर संक्रांति पर जब भगवान राम ने पतंग उड़ाई थी, जो इंद्रलोक पहुंच गई थी। उस समय से लेकर आज तक पतंग उड़ाने की परंपरा चली आ रही है। भगवान कृष्ण के पतंग उड़ाने की परंपरा का उल्लेख भारतीय लोककथाओं और भजनों में मिलता है। कुछ भजनों और कहानियों में बताया गया है भगवान कृष्ण ने अपने मित्रों के साथ पतंग उड़ाई थी।
आकाश में रंग-बिरंगी अठखेलियां करती पतंग को देख हर किसी का मन पतंग उड़ाने के लिए लालायित हो उठता है। प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन लोग चूड़ा-दही खाने के बाद मकानों की छतों तथा खुले मैदानों की ओर दौड़े चले जाते हैं तथा पतंग उड़ाकर दिन का मजा लेते हैं। मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी करते लोगों का उत्साह देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि आज मकर राशि (मकर रेखा पर) में प्रवेश कर चुके सूर्य को पतंग की डोर के सहारे उत्तरी गोलार्द्ध (ककर् रेखा) की ओर खींचने का प्रयास कर रहे हों, जिससे , उत्तर के लोग भी ऊर्जा के स्रोत सूर्य की कृपा से धन-धान्य से परिपूर्ण हो सकें।मकर संक्रांति के दिन लोग एक साथ मिलकर पतंग उड़ाते हैं, जिससे सामाजिक एकता बढ़ती है।