नारी डेस्क: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का त्योहार बेहद खास माना जाता है। इस दिन सूर्य देव शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं, जिसे अत्यंत शुभ समय माना जाता है। 2025 में मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना, दान देना और शुभ कार्य करना मंगलकारी होता है। खासकर, काले तिल, गुड़ और खिचड़ी का दान करने की परंपरा शनि देव को प्रसन्न करने का माध्यम मानी जाती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन कुछ खास उपाय करने से न केवल घर की समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि धन की कमी भी दूर होती है। सही दिशा में सही वस्तु रखने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
मकर संक्रांति पर क्या करें खास?
पूर्व दिशा का महत्व
वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा को ऊर्जा का प्रतीक माना गया है, क्योंकि यह दिशा सूर्य देव की दिशा है। मकर संक्रांति के दिन पूर्व दिशा का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि घर की इस दिशा को साफ-सुथरा और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रखने से धन, संपत्ति और तरक्की के मार्ग खुलते हैं। पूर्व दिशा में सूर्य की किरणें सबसे पहले पड़ती हैं, जो घर में सुख-शांति और समृद्धि लाती हैं। वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस दिन विशेष रूप से पूर्व दिशा का ध्यान रखा जाए, तो यह जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
पीतल का सूर्य
मकर संक्रांति के दिन घर में पीतल का बना हुआ सूर्य लाना बहुत शुभ माना जाता है। यह सूर्य न केवल शांति और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह वास्तु दोषों को भी दूर करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पीतल का सूर्य घर की पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। यह सूर्य देव की कृपा का प्रतीक है और इसे लगाते समय ध्यान रखें कि इसे नियमित रूप से साफ करें, ताकि यह हमेशा चमकता रहे।
घंटी का महत्व
पीतल के सूर्य के नीचे एक घंटी लटकाने का भी विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब हवा से यह घंटी बजती है, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा पूरे घर में फैलती है। घंटी की मधुर आवाज न केवल मन को शांत करती है, बल्कि यह घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को दूर भी भगाती है। यह घंटी हर बार बजने पर ऐसा प्रतीत होता है जैसे घर में सुख-शांति और समृद्धि का आह्वान हो रहा हो। इसलिए इसे घर में लगाना एक अच्छा उपाय माना जाता है।
दान का महत्व
मकर संक्रांति के दिन दान का बहुत महत्व है। इस दिन काले तिल, गुड़, खिचड़ी, और कपड़ों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। यह दान शनि देव की कृपा पाने का माध्यम बनता है और जीवन के कष्टों को कम करता है। इसके साथ ही, दान करने से घर में सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहती है। दान करते समय यह ध्यान रखें कि इसे पूरी श्रद्धा और निस्वार्थ भाव से किया जाए। मकर संक्रांति के दिन दान करने से कई गुना पुण्य प्राप्त होता है।
मकर संक्रांति के उपाय से क्या लाभ होता है?
मकर संक्रांति पर किए गए उपाय घर में सुख-शांति और खुशहाली लाते हैं। इन उपायों से घर में कभी धन की कमी नहीं होती और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी संबंध मधुर बने रहते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन उपायों से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता बढ़ती है। शनि देव की कृपा से जीवन के संकट और बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। इसके अलावा, इन उपायों का प्रभाव लंबे समय तक बना रहता है और जीवन में स्थिरता आती है।
ध्यान देने योग्य बातें
पीतल का सूर्य लगाने के बाद उसकी नियमित सफाई करना बहुत जरूरी है। इसे गंदा न होने दें, क्योंकि यह चमक और ऊर्जा का प्रतीक है। दान करते समय मन में शुभ विचार रखें और पूरी श्रद्धा के साथ दान करें। मकर संक्रांति के दिन किए गए उपाय यदि पूरे विश्वास और आस्था के साथ किए जाएं, तो इनका प्रभाव अधिक बढ़ जाता है। इस दिन सकारात्मक सोच और अच्छे कर्मों का भी विशेष महत्व होता है। घर की पूर्व दिशा को हमेशा साफ रखें और इन उपायों को अपनाकर जीवन को सुख-समृद्धि से भरपूर बनाएं।
नोट: यह लेख धार्मिक और सामाजिक आस्थाओं पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। मकर संक्रांति के इस खास अवसर पर शुभ कार्यों से अपने जीवन में सुख-समृद्धि लाएं और सकारात्मकता का स्वागत करें।