नारी डेस्क: सर्दियों के दिनों में बहुत से लोग आग जलाकर उसके सामने बैठना पसंद करते हैं। हालांकि आग के धुएं में कई हानिकारक कण और गैस होती हैं, जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती हैं। आग तापने से धुएं के साथ कार्बन निकलता है। जो सांस नली से होकर बॉडी में पहुंचता है जिससे हीमोग्लोबिन मॉलिक्यूल ब्लॉक हो जाते हैं और शरीर का पूरा ऑक्सिजन ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रभावित हो जाता है। चलिए जानते हैं किन लोगों को आग के धुएं से ज्यादा नुकसान होता है और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
इन लोगों को होता है ज्यादा नुकसान
अस्थमा या सांस की बीमारियों से पीड़ित लोग: जिन लोगों को अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, या सीओपीडी जैसी सांस की बीमारियां हैं, उन्हें धुएं से अधिक नुकसान होता है। धुएं के कण उनकी सांस लेने की नलियों में जलन पैदा कर सकते हैं।
बुजुर्ग लोग: बुजुर्गों का श्वसन तंत्र कमजोर हो सकता है, जिससे धुएं का प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर ज्यादा पड़ता है।
बच्चे: बच्चों का फेफड़ा अभी पूरी तरह से विकसित नहीं होता है, इसलिए धुएं का प्रभाव उनके लिए अधिक हानिकारक हो सकता है।
गर्भवती महिलाएं: धुएं में मौजूद जहरीले कण गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं।
हृदय रोग के मरीज: धुएं में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य जहरीली गैसें हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकती हैं, क्योंकि ये रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर सकती हैं।
धुएं से बचने के उपाय
मास्क पहनें: धुएं से बचाव के लिए एन95 या अन्य हाई-फिल्टर मास्क पहनना बेहद जरूरी है। यह मास्क हानिकारक कणों को फेफड़ों में जाने से रोकता है।
आग से दूर रहें: जितना संभव हो, धुएं वाली जगह से दूर रहें। अगर लोहड़ी जैसे त्यौहार के दौरान अग्नि के पास जाना जरूरी हो, तो थोड़ी दूरी पर रहें।
खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें: अगर आसपास आग जल रही हो, तो अपने घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें ताकि धुआं अंदर न आ सके।
ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें: ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से घर के अंदर की हवा को साफ रखने में मदद मिलती है और धुएं के कणों को हटा दिया जाता है।
अधिक पानी पिएं: अधिक पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है, जिससे धुएं के कारण होने वाली जलन और गले की सूजन को कम किया जा सकता है।
डॉक्टर से परामर्श लें: यदि आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है या धुएं के संपर्क में आने के बाद असुविधा महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।