नारी डेस्कः डाइट का हमें हैल्दी रखने में सबसे अहम रोल रहता है क्योंकि डाइट ही हमें बड़ी से बड़ी बीमारी से बचाए रखती है। कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से लड़ने में भी डाइट ही रोल निभाती है। हर साल दुनिया भर में लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। कैंसर सिर्फ रोगी को ही नहीं बल्कि परिवार को भी बड़ा झटका देती है। जिस व्यक्ति को कैंसर की लड़ाई लड़नी पड़ती है उसे अपने इलाज, खान-पान और परिवार के सहयोग की बहुत जरूरत रहती है। डॉक्टरी इलाज के साथ खाने में वो चीजें शामिल करनी जरूरी है जो मरीज को कैंसर से लड़ने में ताकत दें या फिर कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोक लगाए लेकिन वो खाने वाले आहार कौन से हैं चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं।

कैंसर से लड़ने वाले 5 असरदार आहार
मैक्स हेल्थकेयर व विभिन्न शोधकर्ताओं के अनुसार, स्वस्थ व पोषण तत्वों से भरपूर आहार कैंसर की संभावना को बढ़ा सकता है। भोजन ही एक ऐसी चीज है जिसे हम दिन में कई बार खाते हैं और हैल्दी आहार ही शरीर पर अपना लगातार प्रभाव छोड़ता है। चलिए आपको कैंसर से लड़ने वाले 5 आहारों के बारे में बताते हैं जो सबसे ज्यादा असरदार होते हैं।
पत्तेदार सब्जियां
पत्तेदार सब्जियां जैसे चुकंदर, मूली, गोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और सरसों के पत्ते, यह सब ब्रैसिकेसी परिवार की सब्ज़ियों से संबंधित हैं। यह क्रूसिफेरस सब्ज़ियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जिनमें विभिन्न कैरोटीनॉयड (बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन), फाइबर विटामिन सी, ई और के, फोलेट और खनिज शामिल होते हैं।

हरे पत्ते वाली सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियों में बड़ी संख्या में कीमोप्रिवेंटिव यौगिक पाया जाता है। इनमें एंटीऑक्सीडेंट और प्रतिरक्षा-संशोधक गुण भी होते हैं। पालक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसके ग्लाइकोलिपिड गुण कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं।
लहसुन
लहसुन, औषधीय गुण जैसे एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-आर्थ्राइटिक, एंटीथ्रोम्बोटिक, एंटी-ट्यूमर, हाइपोग्लाइसेमिक जैसे कई गुण पाए जाते हैं जो कई तरह के कैंसर से बचाव देता है। लहसुन में ट्रिप्टोफैन, सेलेनियम और सल्फर पर आधारित सक्रिय तत्व होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
टमाटर
टमाटर में लाइकोपीन (एक प्रकार का कैरोटीनॉयड) की मात्रा बहुत अधिक होती है जो टमाटर के लाल रंग के लिए जिम्मेदार होता है। अध्ययनों के मुताबिक, लाइकोपीन प्रोस्टेट, फेफड़े और पेट के कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है। यह एलडीएल यानि खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्तचाप को कम कर दिल संबंधी रोगों का खतरा भी कम करने में मददगार है।
जामुन
जामुन विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं। वैज्ञानिकों ने जामुन में एंटीऑक्सीडेंट गुणों सेहत के लिए बहुत बढ़िया माने जाते हैं। जामुन फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं और कैंसर रोधी होते हैं।
कैंसर से लड़ने वाले बाकी फायदेमंद आहार
गाजर
कुछ स्टडी की मानें तो गाजर भी कैंसर के खतरे को कम करता है। गाजर खाने से पेट, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है।
फलियां
बीन्स में फाइबर अधिक होता है जो कोलोरेक्टल कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। मानव और पशु पर किए अध्ययन के मुताबिक, बीन्स का अधिक सेवन कोलोरेक्टल ट्यूमर और कोलन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।
दालचीनी
दालचीनी के अर्क में कैंसर रोधी प्रभाव हो सकता है। यह ट्यूमर के विकास और फैलाव को कम करने में भी मददगार है।
हरी चाय
ग्रीन टी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और कैंसर रोधी आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। ग्रीन टी कैंसर से लड़ने वाले खाद्य पदार्थों में से एक है जो लीवर, स्तन, अग्नाशय, फेफड़े, ग्रासनली और त्वचा के कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है।
नट्स
नट्स का सेवन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। शोध के अनुसार, अखरोट जैसे कुछ प्रकार के नट्स कैंसर के जोखिम को भी कम करने में सहायक है।
जैतून का तेल
कई अध्ययनों से पता चला है कि जैतून के तेल का अधिक सेवन कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने से जुड़ा हो सकता है।
हल्दी
हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है जो कैंसर और घावों की वृद्धि को कम करने में सहायक माना जाता है।
खट्टे फल
अध्ययनों से पता चला है कि खट्टे फलों के अधिक सेवन से कुछ प्रकार के कैंसरों का खतरा कम हो सकता है, जिनमें अग्नाशय और पेट के कैंसर के साथ-साथ पाचन और ऊपरी श्वसन पथ के कैंसर भी शामिल हैं।
अंगूर
अंगूर के बीज सुपर-एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि से भरे होते हैं। यह कैंसर विरोधी पदार्थ कुछ कैंसर के खिलाफ महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
अलसी के बीज
कुछ स्टडी के मुताबिक, अलसी के बीज, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर में कैंसर के विकास को कम कर सकती है। इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है, जो कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है।
फैटी मछली
मछली का सेवन भी कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। मछली में विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो कैंसर से बचाने के लिए जाने जाते हैं।
कैंसर उपचार से जुड़ी जरूरी बात
कैंसर के उपचार के दौरान विटामिन और सप्लीमेंट्स लेने के लिए पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है क्योंकि कुछ दवाइयां और सप्लीमेंट्स मरीज के शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकते हैं।
इसी के साथ ऑन्कोलॉजिस्ट (कैंसर विशेषज्ञ) से मिलकर यह जानकारी भी अवश्य लें कि कैंसर से लड़ने वाले इन खाद्य पदार्थों का सेवन कितनी मात्रा में कैसे करना है। नट्स, मशरूम, एवोकाडो, चुकंदर, बीन्स, फलियां, अदरक, सूरजमुखी, तिल और कद्दू के बीज जैसे खाद्य पदार्थ खाने से कैंसर के खतरे से लड़ने में मदद मिल सकती है।
डिस्केलमरः कोई भी आहार या डाइट प्लान लेने से पहले ऑन्कोलॉजिस्ट की सलाह जरूर लें। स्वस्थ आहार सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि विभिन्न बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी एक महत्वपूर्ण हथियार है।